नई दिल्ली: नोएडा में सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर को गिराने के लिए सभी तैयारी पूरी हो चुकी हैं और अब से कुछ ही घंटे बाद भ्रष्टाचार की यह इमारत जमींदोज हो जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोटक लगाने और उन्हें जोड़ने का सारा काम पहले ही पूरा किया जा चुका है। दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंची 100 मीटर की इन इमारतों को गिराने के लिए 3700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी परिसर के बीच इस निर्माण को नियमों का उल्लंघन बताया था, जिसके बाद इन्हें ढहाने का काम किया जा रहा है। ट्विन टावर की दो सबसे नजदीकी सोसायटी-एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के 5,000 से अधिक निवासियों और उनके 150 से 200 पालतू जानवरों को रविवार सुबह 7 बजे तक वहां से निकाल दिया जाएगा। दोनों परिसरों से करीब 3000 वाहन भी हटा दिए जाएंगे। विस्फोट से पहले ट्विन टॉवर के चारों ओर की सड़कों पर ट्रैफिक बंद कर दिया जाएगा। नोएडा और ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर भी ट्रैफिक 2 से 3 बजे तक बंद रखा जाएगा। इलाके में ड्रोन उड़ाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। ये सब इसलिए किया गया है कि अनहोनी की आशंका शून्य हो।
नोएडा ट्विन टावर जब गिरेगा तो मलबे के साथ 35,000 घन मीटर धूल का गुबार भी पैदा होगा। इस वहां से एक बार में हटाने के लिए 1200 से 1300 ट्रक लगाने पड़ेंगे। जो मलबा निकलेगा उसकी कीमत 13 करोड़ तक होगी। टावर को गिराने में करीब 18 करोड रुपए का खर्च आएगा।
नोएडा ट्विन टावर डेमोलिशन काउंटडाउन शुरू, इस रिपोर्ट से दूर होंगे हजारों लोगों के डर और शंकाएं
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