नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच कुछ हद तक पोलियो वैक्सीनेशन का काम प्रभावित हुआ, पर अब इसे भी रफ्तार दी जा रही है। पंजाब, हरियाणा के विभिन्न शहरों में पल्स पोलियो अभियान को गति दी जा रही है। इसके लिए कुछ सरकारी केंद्रों पर इस सप्ताहांत कोविड वैक्सीनेशन को भी रोका गया है।
पंजाब के जलंधर में जहां तीन दिन का पल्स पोलियो अभियान रविवार से शुरू किया जा रहा है, वहीं हरियाणा के गुरुग्राम में सरकारी केंद्रों पर रविवार को कोविड-19 का वैक्सीनेशन रोक दिया गया है। इसे शनिवार को भी बंद रखा गया था। अधिकारियों का कहना है कि इन केंद्रों पर कोविड-19 के टीकाकरण की प्रक्रिया एक बार फिर सोमवार से शुरू होगी।
जलंधर में रविवार से जो तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान शुरू किया गया है, उसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो रोधी बूंदे पर पिलाएंगी। इसके लिए 367 टीम का गठन किया गया है।
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण बीते करीब डेढ़ साल से भारत सहित दुनिया के कई देशों में पोलियो तथा अन्य बीमारियों की रोकथाम को लेकर बच्चों का टीकाकरण प्रभावित हुआ है। बीते साल यूनिसेफ की एक रिपोर्ट में इस पर चिंता जताते हुए कहा गया कि अगर बच्चों को समय से टीके नहीं दिए गए तो एक और स्वास्थ्य आपात स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
इस बीच देश में कोविड संक्रमण से बचाव को लेकर जोरशोर से टीकाकरण हो रहा है। अब तक देश में कुल 8.3 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक और 18.48 लाख लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी है।
देश में 21 जून को 80 लाख कोविड वैक्सीनेशन हुआ था, जिसकी तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने 'वेल्डन इंडिया' कहा था, लेकिन कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में एक दिन में सर्वाधिक 17 करोड़ पल्स पोलियो टीकाकरण की बात करते हुए यह भी कहा कि तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और उन्होंने अपने पोस्टर नहीं लगवाए।
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