रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार स्वीकार कर ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान उन्होंने राज्य की सेवा करने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। बता दें कि 23 दिसंबर को आए चुनाव नतीजे भाजपा के खिलाफ गए और झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को आसानी से बहुमत का आंकड़ा हासिल हो गया। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे।
रघुवार दास ने कहा, 'मैंने पिछले पांच सालों में राज्य की सेवा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। चुनाव नतीजे आने से पहले मैं कुछ नहीं कह सकता लेकिन मैं इसे अपनी हार मान सकता हूं। हम किसी चमत्कार की उम्मीद नहीं कर रहे हैं।' भाजपा के लिए झारखंड के चुनाव नतीजे उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे हैं। चुनावी रुझान करीब-करीब स्थिर हो गए हैं और इसके मुताबिक झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन 46 सीटों पर आगे चल रहा है जबकि भाजपा 25 सीटों पर सिमटती दिख रही है।
राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 42 है। गठबंधन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था। सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे। झारखंड में भाजपा की यह बड़ी हार मानी जा रही है क्योंकि राज्य के गठन के बाद यह पहली होगा जब चुनाव के बाद भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में नहीं उभरी है।
भाजपा की इस हार के लिए जो कारण गिनाए जा रहे हैं उनमें सबसे अहम सीएम पद के लिए भाजपा की ओर से आदिवासी समुदाय से कोई नेता का न होना है। इसके अलावा चुनाव में अकेले जाना भी भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हुआ। सत्ता विरोधी लहर और अपनों की नाराजगी भी भाजपा को भारी पड़ी।
वहीं, गठबंधन की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि यह जीत राज्य के इतिहास में एक नई शुरुआत है। सोरेन ने कहा कि गठबंधन सरकार में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।
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