राहुल गांधी का विवादित बयान, पुनर्जन्म पर यकीन नहीं तो श्री राम पर भरोसा कैसे?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता से पूछा कि आप पुनर्जन्म पर यकीन करते हो तो राम पर भरोसा कैसे करते हो।

Rahul Gandhi's Controversial statement, if you do not believe in reincarnation, then how can you trust Shri Ram?
भगवान राम पर राहुल गांधी का बयान 
मुख्य बातें
  • राहुल गांधी ने दावा किया कि एक बीजेपी नेता ने कहा-पुनर्जन्म पर यकीन नहीं है'
  • राहुल गांधी ने कहा कि जिसे पुनर्जन्म पर भरोसा नहीं वो राम पर कैसे भरोसा कर सकता है।
  • पुस्तक ‘द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन’ के विमोचन के मौके पर उन्होंने यह बात कही।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक बीजेपी नेता से मैंने पूछा कि आप पुनर्जन्म पर यकीन करते हो तो उन्होंने कहा कि नहीं, तब फिर मैंने उनसे पूछा अगर आप पुनर्जन्म पर यकीन नहीं तो श्री राम पर भरोसा कैसे? उसके बाद बीजेपी नेता चौंक गए और कहा कि बाहर किसी से नहीं कहिएगा।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के एक बयान पर सियासी बवाल मच सकता है। दिल्ली में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि जिसे पुनर्जन्म पर भरोसा नहीं वो राम पर कैसे भरोसा कर सकता है। राहुल ने बीजेपी के किसी नेता के साथ अपनी बातचीत का दावा किया।

राहुल गांधी ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी और कांग्रेस नेता के. राजू की पुस्तक ‘द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन’ के विमोचन के मौके पर बात कही। साथ ही उन्होंने दावा किया कि आज सीबीआई, ईडी, और पेगासस के जरिए राजनीतिक व्यवस्था को नियंत्रित किया जा रहा है।

राहुल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी पर देश की संस्थाओं को नियंत्रित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान हिंदुस्तान का हथियार है। मगर संस्थाओं के बिना संविधान का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि हम यहां संविधान लिए घूम रहे हैं, आप और हम कह रहे हैं कि संविधान की रक्षा करनी है। लेकिन संविधान की रक्षा संस्थाओं के जरिये की जाती है। आज सभी संस्थाएं आरएसएस के हाथ में हैं। उन्होंने दावा किया कि संविधान पर यह आक्रमण उस समय शुरू हुआ था जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सीने पर तीन गोलियां मारी गईं थीं।

राहुल ने दलितों के साथ भेदभाव का उल्लेख करते हुए कहा कि दलित और उनके साथ होने वाले व्यवहार से सबंधित विषय मेरे दिल से जुड़ा हुआ है। यह उस वक्त से है जब मैं राजनीति में नहीं था। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग सुबह से लेकर रात यही सोचते रहते हैं कि सत्ता कैसे मिलेगी, लेकिन सत्ता के बीच में पैदा होने के बावजूद उन्हें इसमें दिलस्पी नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं अपने देश को उसी तरह समझने की कोशिश करता हूं, जैसे एक प्रेमी जिससे प्रेम करता है, उसे समझना चाहता है। उन्होंने अपनी चुनावी सफलताओं और विफलताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि मेरे देश ने जो मुझे प्यार दिया है, वो मेरे ऊपर कर्ज है। इसलिए मैं सोचता रहता हूं कि इस कर्ज को कैसे उतारू। देश ने मुझे सबक भी सिखाया है। देश मुझे कह रहा है कि तुम सीखो और समझो।

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