मध्य प्रदेश में बारिश-बाढ़ से लोग हुए परेशान, NDRF-SDRF के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन

तेज हवाओं के चलने से बिजली आपूर्ति 15 से 20 घंटे तक पूरी तरह बाधित रही। इसके अलावा सागर, नरसिंहपुर, जबलपुर, गुना, नर्मदपुरम, रायसेन, विदिशा आदि में बारिश ने बुरा हाल कर दिया है।

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मध्य प्रदेश में बारिश-बाढ़ से आम जनजीवन पर असर 
मुख्य बातें
  • कई स्थानों पर लोगों के फंसे होने की सभी सूचना
  • एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है।
  • यर फोर्स के हेलीकाप्टर की भी तैनात किया गया है

मध्य प्रदेश में बीते दो दिनों से हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नदी, नाले उफान पर हैं तो आवासीय बस्तियों में कई-कई फुट तक पानी भर गया है, राजधानी की एक कॉलोनी में नाव चलाकर घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना पड़ा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रषासन को सजग व सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

स्कूलों में छुट्टी का ऐलान
राज्य के बड़े हिस्सों में बीते दो दिनों में कहीं रुक-रुक कर तो कहीं मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके चलते नर्मदा, चंबल, बेतवा और शिप्रा समेत तमाम छोटी बड़ी नदियां उफान पर हैं। नर्मदापुरम में सुखतवा नदी के पुल पर पानी आ जाने से भोपाल-नागपुर मार्ग पर आवागमन बाधित हैं। राजधानी की कई बस्तियां जलमग्न हैं और पानी भर जाने पर नाव तक का सहारा लेना पड़ा है। जिला प्रशासन ने यहां के हालात को देखते हुए मंगलवार को भी स्कूलों मंे छुट्टी का ऐलान किया है।

कांग्रेस ने बदइंतजामी पर कोसा
राज्य में बारिश से बने हालातों पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा, मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में अनवरत भारी वर्षा हो रही है। नदी-नाले उफान पर हैं। कई निचले इलाकों में जलभराव की खबरें आ रही है। कई मार्ग बंद हो चुके हैं, कई सड़कों पर पेड़ गिरने से आवागमन बाधित हो गया है, कई इलाकों का आपसी संपर्क टूट चुका है। कई हिस्सों में घंटों से बिजली गायब है।

बिजली गुल होने पर कमल नाथ ने कहा, बड़ी ही शर्मनाक स्थिति है कि मध्यप्रदेश की राजधानी के अधिकांश हिस्सों में रात भर से ही बिजली गायब है, भोपाल घंटों से अंधेरे में डूबा हुआ है।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पेयजल और बिजली आपूर्ति में आंशिक व्यवधान उत्पन्न होने के समाचार मिल रहे हैं। संबंधित एजेंसियाँ इन सेवाओं को जारी रखने में सक्रिय हैं। आमजन भी अतिवर्षा की स्थिति में प्रशासन के प्रयासों में शामिल हों। सामान्य स्थिति होने तक प्रत्येक स्तर पर सजग और सतर्क रहना आवश्यक है।

'सरकार की पैनी नजर'
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कुछ स्थानों पर पुराने और कमजोर पेड़ों के गिरने, नदी के बहाव चौड़ा होने के समाचार भी प्राप्त हो रहे हैं। जलभराव की स्थिति बनने पर सुरक्षा के आवश्यक प्रबंध के लिये पहले से ही निर्देश जारी हुए हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए आमजन नदी, तालाब या डेम जैसे स्थानों पर जाने से बचें। यह प्रशासन को सहयोग देने के साथ ही स्वयं के सुरक्षित जीवन के लिए भी आवश्यक है।

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