नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार को दावा करते हुए कहा था कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी चाहते थे कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो और वहां रामलला विराजमान हों। साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर का शिलान्यास हो चुका है, राजीव गांधी कर चुके हैं। अब दिग्विजय सिंह के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दिग्विजय सिंह के दावों को खारिज करते हुए करते हुए कहा कि राजीव गांधी ने कभी भी उस स्थान (राम जन्मभूमि का दौरा) नहीं किया।
कामेश्वर चौपाल ने रखी थी आधारशिला
उन्होंने कहा कि 1989 में कामेश्वर चौपालजी ने मंदिर की आधारशिला रखी और राजीव गांधी कभी राम मंदिर नहीं गए। आलोक कुमार ने एएनआई को बताया, 'यह बिल्कुल गलत है। कामेश्वर चौपालजी ने 1989 में मंदिर की आधारशिला रखी थी। राजीव गांधी जी की इसमें कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने कभी स्वीकार नहीं किया कि वह मंदिर का समर्थन करते हैं। उन्होंने खुद कभी रामजन्मभूमि का दौरा नहीं किया।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार इसका विरोध करती रही है।
बदलाव लाने की करेंगे कोशिश
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि वे महिला सशक्तिकरण की दिशा में और पिछड़े वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए काम करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, 'अयोध्या में इस राम मंदिर के निर्माण के साथ, हमने भारत के भविष्य की कल्पना की है। एक भारत जहां महिलाओं को सशक्त बनाया जाए, पिछड़े वर्ग के लोगों को रोजगार मिले और वे सरकार की नीतियों को लोगों तक पहुंचाया जाए तांकि उन्हें लाभ मिले। हम देश में इस बदलाव को लाने की कोशिश करेंगे।'
पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास करने वाले हैं। आधारशिला रखने की रस्म के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा। इस शिलान्यासा कार्यक्रम में राजनीतिक और धार्मिक क्षेत्र के विभिन्न गणमान्य लोगों के भाग लेने की संभावना है।
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