'आत्मनिर्भर भारत सप्ताह' की आज शुरुआत करेंगे राजनाथ सिंह, स्वदेशी रक्षा उत्पादन पर जोर

'Atma Nirbhar Bharat Saptah': भारत को रक्षा क्षेत्र उत्पादन की दिशा में 'आत्मनिर्भर' बनाने की दिशा में पहल शुरू हो गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को 'आत्म निर्भर भारत सप्ताह' की शुरुआत करेंगे।

Rajnath Singh to launch 'Atma Nirbhar Bharat Saptah' today
'आत्मनिर्भर भारत सप्ताह' की शुरुआत करेंगे रक्षा मंत्री।  |  तस्वीर साभार: PTI
मुख्य बातें
  • देश को रक्षा क्षेत्र के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की पहल
  • रक्षा मंत्रालय के 'आत्मनिर्भर भारत सप्ताह' की आज होगी शुरुआत
  • पीएम मोदी ने रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की घोषणा की है

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को 'आत्म निर्भर भारत सप्ताह' की शुरुआत करेंगे। रक्षा मंत्रालय कार्यालय की ओर से दिए गए बयान के मुताबिक सोमवार शाम साढ़े तीन बजे इस कार्यक्रम का आयोजन होगा। गत रविवार को सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्रालय देश में स्वदेशी रक्षा उत्पादन को मजबूती प्रदान करने के लिए एक तय समयसीमा के भीतर 101 उत्पादों के आयात पर रोक लगाएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा। 

घरेलू निर्माण पर होगा जोर
राजनाथ सिंह ने इस बारे में कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा है कि रक्षा मंत्रालय ने 2020-21 के लिए पूंजी खरीद बजट को घरेलू एवं विदेशी पूंजी खरीद मद में विभाजित किया है। साथ ही मौजूदा वित्तीय वर्ष में घरेलू पूंजी खरीद के लिए करीब 52,000 करोड़ रुपए की रूपरेखा बनाई गई है। 

101 रक्षा उत्पादों के आयात पर लगेगी रोक
सिंह ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान को तेज गति देने के लिए रक्षा मंत्रालय तैयार है। स्वदेशी रक्षा उत्पादन को एक तय समय सीमा में मजबूती देने के लिए मंत्रालय 101 उत्पादों पर निर्यात प्रतिबंध लगाने जा रहा है।' अपने एक अन्य ट्वीट में राजनाथ ने कहा, 'पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लिए विशेष जोर दिया है। उन्होंने इसके लिए पांच चीजें का होना जरूरी बताया है-अर्थव्यवस्था, बुनियादी संरचना, व्यवस्था, डेमोग्राफी और मांग। उन्होंने 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की है।'

देश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
रक्षा मंत्री का कहना है, 'इनमें से लगभग 1,30,000 करोड़ रुपये की वस्तुएं सेना और वायु सेना के लिए अनुमानित हैं, जबकि नौसेना द्वारा लगभग 1,40,000 करोड़ रुपये के उपकरणों का अनुमान लगाया गया है। 101 एम्ब्रॉइडेड वस्तुओं की सूची में हमारी रक्षा सेवाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए तोपखाने की बंदूकें, असॉल्ट राइफलें, कोरवेट, सोनार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट, एलीएच (लाइट कोम्बाट हेलीकॉप्टर), रडार और कई अन्य वस्तुएं जैसे कुछ उच्च प्रौद्योगिकी हथियार सिस्टम भी शामिल हैं।'


 

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