नई दिल्ली। पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन होना है। लेकिन कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम को कुछ विषय पर ऐतराज है। वो कहते हैं कि मुहुर्त का मतलब समझना चाहिए। राम मंदिर भूमि पूजन मुहुर्त खगोलीय गणना है। जिस तरह से समय का चुनाव किया गया है वो हैरान करता है। बुधवार पांच अगस्त को 12 से 1.30 के बीच का समय राहु काल में है। इस काल में किसी भी कार्य को अशुभ माना दाता है। वो अपने पहले वाले बयान पर कायम हैं, हमें किसी और पूजास्थल की जरूरत नही हैं।
नए पूजा स्थलों की जरूरत नहीं
टाइम्स नाउ पर जब उनके इस बयान पर खबर चली तो वो कहते हैं कि जो कुछ उन्होंने पहले कहा था उस पर कायम हैं। हालांकि वो एक मंदिर जाने वाले शख्स हैं। कार्ति ने क्या कहा था- उन्होंने कहा था कि भारत में किसी नए मंदिर, चर्च, मस्जिद, गुरुद्वारा की जरूरत नहीं है। हमारे पहले से ही पूजास्थल हैं जिनके जीर्णोद्धार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज देश के सामने जो चुनौतियां है उनसे लड़ने की जरूरत है।
आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी
कार्ति चिदंबरम के इस बयान की जबरदस्त आलोचना हो रही है। बीजेपी का कहना है कि हिंदू समाज कभी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा। कांग्रेस का काम ही यही है कि वो हिंदू समाज की भावना को आहत करती है। बीजेपी का कहना है कि पांच अगस्त की तिथि और समय को विद्वानों ने पूरी विधि विधान से तय किया है लिहाजा इस तरह की बात करना ठीक नहीं है। इसके उलट कांग्रेस का कहना है कि अगर कोई शख्स खगोलीय गणना के आधार पर इस तरह की बात कहता है तो उसके बारे में चिंतन मनन करने के साथ उपयुक्त तरह से जवाब देना चाहिए।
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