भोपाल : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के पास बहुमत साबित करने के लिए जरूरी विधायकों का संख्या बल मौजूद है और वह विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करने के लिए तैयार है। सिंह ने भोपाल में कहा, 'स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव दिया गया है और वह इस बारे में निर्णय करेंगे। हम अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए तैयार हैं।'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि विधानसभा में सभी विधायकों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए पार्टी कोर्ट जाएगी। कांग्रेस कोर्ट से अनुरोध करेगी कि वह विधायकों को सदन में पेश होने का आदेश दे। उन्होंने कहा, 'ये सभी विधायक बेंगलुरु में हैं, ये विधायक वहां क्या कर रहे हैं? हम कोर्ट से अनुरोध करेंगे कि वह विधायकों को भोपाल लाने के लिए आदेश जारी करे।'
इसके पहले कमलनाथ ने कहा, 'जो लोग यह दावा कर रहे हैं कि हमारे पास बहुमत नहीं है, उन्हें हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना चाहिए। मैंने राज्यपाल से कहा है कि संवैधानिक प्रावधानों, नियमों एवं प्रक्रियाओं के तहत जो कुछ भी जरूरी हैं हम उनका पालन करेंगे।'
बता दें कि गत सोमवार को मध्य प्रदेश का बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के बाद तुरंत बाद समाप्त हो गया। विधानसभा के स्पीकर ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी है। स्पीकर के इस फैसले के खिलाफ भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
इसके पहले राज्यपाल लाल जी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर फ्लोर टेस्ट 17 मार्च को कराने का निर्देश दिया। बता दें कि कांग्रेस के 22 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मध्य प्रदेश की राजनीति में यह घटनाक्रम ऐसे समय हो रहा है जब कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। भाजपा ने सिंधिया को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। समझा जाता है कि सिंधिया खेमे के विधायक उनके साथ रहेंगे।
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