समुद्र महल: सिंधिया, नीरव मोदी और येस बैंक के राणा कपूर के चलते सुर्खियों में आई ये बिल्डिंग, जानें वजह

Samudra Mahal: ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने, येस बैंक के डूबने की खबरों के बीच मुंबई की समुद्र महल सोसाइटी सुर्खियों में है, जिसका सीधा कनेक्‍शन इन लोगों से है। जानें आखिर क्‍या है वजह :

Samudra Mahal residential appartment know its connection with Jyotiraditya Scindia Nirav Modi Yes bank
समुद्र महल: सिंधिया, नीरव मोदी और येस बैंक के राणा कपूर के चलते सुर्खियों में आई ये बिल्डिंग, जानें वजह  |  तस्वीर साभार: BCCL

मुंबई : होली के मौके पर जब पूरा देश जश्‍न में डूबा हुआ था, कांग्रेस के खेमे में सन्‍नाटा था। मध्‍य प्रदेश कांग्रेस के दिग्‍गज नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंध‍िया ने पार्टी से इस्‍तीफे का ऐलान कर दिया था। उनका इस्‍तीफा ऐसे समय में आया, जब येस बैंक के डूबने की खबर पहले से ही सुर्खियों में थी। इन सबके बीच मुंबई में एक सोसाइटी अपार्टमेंट 'समुद्र महल' भी सुर्खियों में है, जिसका सीधा कनेक्‍शन सिंधिया, येस बैंक और इसके संस्‍थापक राणा कपूर से है। नीरव मोदी के कारण भी यह रिहायशी इमारत सुर्खियों में है, जो पीएमसी घोटाले में नाम आने के बाद से देश से फरार हैं।

सिंधिया के पास है डूप्‍लेक्‍स प्लस
कुल मिलाकर यह इमारत गलत कारणों से सुर्खियों में है, जबकि इसकी पहचान समृद्ध व आलीशान इमारत के तौर पर रही है। समुद्र महल अपार्टमेंट में दो हाईराइज बिल्‍डिंग हैं और दोनों 27-27 मंजिला हैं। यह पूर्व में कभी ग्‍वालियर के शाही परिवार का राजमहल हुआ करता था। इस वक्‍त सिंधिया के पास इसके ए विंग में एक डूप्‍लेक्‍स प्लस और एक टेरेस है। संयोग से यहां येस बैंक के संस्‍थापक राणा कपूर ने भी किराये पर फ्लैट लिया था। नकदी संकट से जूझ रहे येस बैंक के संस्‍थापक राणा कपूर अभी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हिरासत में हैं।

राणा कपूर, नीरव मोदी का भी कनेक्‍शन
बीते सप्‍ताह जब येस बैंक की खबरें सुर्खियों में थी, ईडी पीएमसी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के घर के सामानों की नीलामी भी कर रहा था, जो यहां नीरव मोदी के खरीदे घरों में पड़े थे। स्‍थानीय लोगों का कहना है कि यहां के पुराने बाशिंदे जहां एक-दूरे से आपस में घनिष्‍ठता से जुड़े हैं, वहीं राणा कपूर और नीरव मोदी के बारे में उनका कहना है कि ये काफी देर से यहां आए और इनका अन्‍य पड़ोसियों के साथ मिलना-जुलना बहुत कम होता था। 

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