नई दिल्ली। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है। जिस दिन राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही है उस वक्त एक चेहरे पर सबकी नजर टिकी थी और वो थे शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत। संजय राउत के न होने से कयासों का बाजार गरम हो गया कि वो नाराज हैं। उनकी नाराजगी इस बात से है कि उनके भाई को उद्धव मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली। ये बात अलग है कि संजय राउत ने कहा कि आवाश्यक कार्य की वजह से वो शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए।
संजय राउत के इस बयान के बाद मामला ठंडा पड़ा। लेकिन उनके एक फेसबुक पोस्ट से फिर कयास लगने लगा कि सबकुछ सही नहीं है। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि हमेशा ऐसे व्यक्ति को संभाल के रखिए जिसने आप को ये तीन भेंट दी हो साथ,समय और समर्पण। ये बात अलग है कि जब इस विषय पर बवाल उठ खड़ा हुआ तो उन्होंने फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया।
बताया जा रहा है कि संजय राउत को इस बात से नाराजगी है कि तीन निर्दलीय विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई। लेकिन तीन बार से विधायक रहे उनके भाई को जगह नहीं दी गई। इस संबंध में उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट किया कि सरकार के स्थायित्व और गठबंधन सरकार की वजह से उन विधायकों को सरकार में शामिल करना जरूरी था जो सरकार के पक्ष में हैं। इस तरह की बाध्यता और मजबूरी को समझने की जरूरत हैं। इस तरह की खबर जब सामने आई तो संजय राउत ने कहा कि वो या उनसे संबंधित कोई भी शख्स पद का भूखा नहीं है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।