ओवैसी के 'वारिस' पर शिवसेना का पलटवार, कहा- हम भी जवाब देना जानते हैं

देश
किशोर जोशी
Updated Feb 21, 2020 | 12:52 IST

Shiv sena on Waris Pathan: एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान के '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी' वाले बयान पर अब शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

Sanjay Raut says Shiv Sena capable of giving befitting reply to Waris Pathan's statement
ओवैसी के 'वारिस' पर शिवसेना पलटवार, कहा- हम भी जवाब देना जानते हैं  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • ओवैसी की पार्टी के नेता वारिस पठान के '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी' पर भड़की शिवसेना
  • शिवसेना नेता संजय राउत बोले- शिवसेना भी जवाब देना जानती है
  • पठान के खिलाफ पुणे में शिकायत दर्ज कराई गई है, बीजेपी ओवैसी पर है हमलावर

मुंबई: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस इत्तिहादुल मुस्लमिन (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता और पूर्व विधायक वारिस पठान के'100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी' वाले बयान की हर कोई आलोचना कर रहा है। बीजेपी इस बयान को लेकर ओवैसी पर लगातार हमले कर रही है। इस बीच पठान के बयान को लेकर अब शिवसेना ने भी मोर्चा खोल दिया है। पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि हम भी जवाब देना जानते हैं।

जहर घोल रहे हैं पठान

मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, 'आप इस देश के मुसलवानों को बार-बार गुमराह कर रहे हो। जहर घोल रहे हो। आपको किसने ठेका दिया है इस देश के मुस्लिमों का? महाराष्ट्र में आपको कौन पूछता है? फिर अगर इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया तो फिर देखो हम भी जवाब देने के लिए काबिल हैं। महाराष्ट्र का मुसलवान पूरी तरह से महाविकास अघाडी के साथ खड़ा है। आपको अगर ये अच्छा नहीं लगता है तो फिर जिस भाषा में आप चाहते हैं हम जवाब देने के लिए तैयार हैं।'

राउत बोले- आपका अस्तित्व क्या है?

राउत ने आगे कहा, 'इस प्रकार की भाषा तो ओवैसी के भाई ने भी हैदराबाद में प्रयोग की थी और उसे भी हमने जवाब दिया था। हिंदुस्तान में आपकी पार्टी का अस्तित्व क्या है? आप मुसलवानों के नेता नहीं हो सकते हैं। एक गुट के नेता हो सकते हैं और वो भी आपको नहीं मानता। इस देश का मुसलवान समझ चुका है और वह संयम से बात कर रहा है, खासकर कि महाराष्ट्र का।'

क्या कहा था पठान ने

वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्गा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'जबान की आतिशबाजी का मुकाबला ये नहीं कर सकते हैं याद रखना इस बात को। ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया अब हमने। मगर ये याद रखना कि इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा। आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है उसे छी के लेना पड़ेगा। अब वक्त आ गया है, हमको बोला मां-बहनों को आगे भेज दिया है। अरे भाई अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं और तुम्हारे पसीने छूट गए और समझ लो कि दोनों लोग साथ में आ गए तो क्या होगा। 15 करोड़ हैं मगर एक सौ करोड़ पर भारी हैं याद रखना इस बात को। ये याद रखना लेना ये बात।'

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर