नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के बीच गठबंधन के सूत्रधार रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कहा है कि कांग्रेस शिवसेना केसाथ गठबंधन करने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। पवार ने दावा किया कि इसके लिए उन्होंने सोनिया गांधी को मनाया। यहीं नहीं पवार ने ये भी दावा किया उन्होंने ही उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद संभालने के लिए तैयार किया।
एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शिवसेना के साथ जाने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं थी। पवार ने कहा, मैंने सोनिया गांधी को जाकर कई घटनाएं बताई कि जब इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं और देश में आपातकाल लागू हुआ तब सारे राजनीतिक दलों ने कांग्रेस का विरोध किया तब बाला साहेब अकेले थे, जिन्होंने इंदिरा गांधी का समर्थन किया। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एनडीए में होने के बाद भी शिवसेना ने प्रणब दा और प्रतिभा पाटिल को वोट दिया।'
शिवेसना के यूपीए का हिस्सा बनने के सवाल पर शरद पवार ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि ये गठबंधन राज्य स्तर का है। बीजेपी के खिलाफ मजबूत विकल्प खड़ा करने की वकालत करते हुए शरद पवार ने कहा कि यह समय की जरूरत है और इस पर बातचीत करने की भी जरूरत है।
अजीत पवार द्वारा बीजेपी के साथ सरकार बना लेने के एक सवाल का जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा, 'जब मैं सुबह उठा तो हैरान रह गया कि अजित पवार ऐसा कैसे कर सकते हैं। तुरंत हमने कदम उठाया कि इसे ठीक करो। हमने इसके बाद स्थिति संभाली और 24 घंटे में बगावत को तोड़ने का कमा किया और सभी विधायक जो अजित पवार के साथ गए थे वो वापस आ गए।'
अजित पवार को उप मुख्यमंत्री बनाने के सवाल का जवाब देते हुए पवार ने कहा कि बाद में राजनीति में क्या होगा इस बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। वहीं पवार ने खुलासा किया कि उद्धव ठाकरे सीएम बनने के लिए हिचकिचा रहे थे लेकिन हम सबने उन्हें इसके लिए तैयार किया और आखिर में वो मान गए। जस्टिस लोया केस की जांच संबंधी सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए पवार ने कहा कि इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता। मैंने अखबार में पढा और मुझे लगा कि इसकी गहराई से जांच करने की जरूरत है। लेकिन मेरे पास जानकारी पूरी नहीं है।
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