Rashtravad: कभी आतंकी के साथ तो कभी पत्थरबाजों के साथ, विपक्ष पर उठते सवाल

गौरतलब है कि हयात जफर हाशमी, जिनकी पहचान कानपुर में हुई झड़पों के पीछे मुख्य साजिशकर्ता के रूप में हुई है, युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव हैं। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और यूथ कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी के साथ फोटो भी शेयर कर चुके हैं।

 Prayag raj Hinsa
जावेद पंप की बेटी आफरीन फातिमा जेएनयू में रहकर देश के खिलाफ गतिविधियों में भी शामिल रही है 

आज हम चर्चा करें उससे पहले आफरीन फातिमा का एक वीडियो आपको जरुर देखना चाहिए - ये वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें आफरीन फातिमा साफ साफ कह रही है कि उन्हें न सरकार पर भरोसा है ना ही सुप्रीम कोर्ट पर इतना ही नहीं आफरीन फातिमा आतंकी अफजल गुरु को निर्दोष बता रही है।

प्रयागराज हिंसा मास्टरमाइंड जावेद की बेटी है आफरीन, ट्विटर बायो में भारत को लिंचिस्तान लिखा है, घर पर बुलडोजर एक्शन के बाद ट्वीट, आफरीन के समर्थन में JNU में प्रदर्शन, आफरीन के कई विवादित वीडियो वायरल  हैं।

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आफरीन फातिमा जेएनयू में रहकर देश के खिलाफ गतिविधियों में भी शामिल रही है ...देशविरोधी भड़काऊ भाषण देने वाले शरजील इमाम का पुरजोर समर्थक रही हैं....CAA NRC के खिलाफ प्रदर्शन में एक्टिव रही .....आफरीन फातिमा ने शाहीन बाग प्रदर्शन के दौरान प्रयागराज तक सड़कों पर लोगों को इकट्ठा किया था .....कर्नाटक में हिजाब बैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को भी फातिमा ने हवा दी थी ...Remembering Babri Masjid नाम के पोस्टर उसकी फेसबुक टाइमलाइन पर मौजूद है 

आफरीन फातिमा को जानिए- 

  • आरोपी शरजील इमाम की रिहाई का पुरजोर समर्थक 
  • CAA-NRC प्रदर्शन के दौरान काफी एक्टिव रही 
  • शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान प्रयागराज तक सड़कों पर आंदोलन को हवा देने में शामिल
  • कर्नाटक में हिजाब बैन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल 
  • Remembering babri masjid नाम के पोस्टर उसकी फेसबुक टाइमलाइन पर

अब पहले भारत का मुसलमान होने और अरब देशों में बाहरी मुसलमान होने का फर्क क्या है। इसे समझिए । जिस विवादित बयान पर अरब देशों ने नाराजगी जताई थी, उसके खिलाफ जब कुवैत में कुछ प्रवासियों ने प्रदर्शन किया तो कुवैत की सरकार ने उन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें वापस उनके देश भेजने का फरमान सुना दिया। इसके साथ ही कुवैत में इन लोगों की एंट्री भी बैन हो जाएगी। ये दावा है कि प्रदर्शनकारियों में भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी शामिल थे । कुवैत में कुछ प्रवासी जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतरे तो उन्हें ये सजा भुगतनी पड़ी

लेकिन भारत में जो देश की सरकार को नहीं मानता हो ...जो देश की सबसे बड़ी अदालत को नहीं मानने की बात करता हो ....जो देश की लोकेशन की जगह लिंचिस्तान लिखता हो तो ऐसे लोगों का समर्थन क्यों ...लेकिन इस देश में ऐसे लोगों का पुरजोर समर्थन किया जाता है ...कार्रवाई की गई तो मुस्लिम उत्पीड़न का नाम दिया जाने लगा ....खुद को मुसलमानों का हितैषी कहने वाले ओवैसी सबसे पहले सामने आए और फातिमा के समर्थन में खड़े हो गए 

ओवैसी ही नहीं जमीयत उलेमा ए हिंद तो यूपी में बुलडोजर कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है ...जमीयत ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर बुलडोजर कार्रवाई को रोकने की मांग की है ...लेकिन जमीयत ने प्रदर्शन के नाम पर देश में हो रही पत्थरबाजी पर चुप्पी क्यों साधी है ...

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तो भड़काऊ बयान जारी कर कहा

  • 'मुल्जिमों के साथ मुजरिमों जैसा सलूक करना आतंकवाद जैसा'
  • 'मुसलमानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही सरकार' 
  • 'अपनी हरकतों से बाज आए सरकार' 
  • 'मुसलमान सब्र और हिम्मत से काम ले'

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