मुंबई: यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का काम लगातार जारी है। केंद्र सरकार और विदेश में कार्यरत भारतीय दूतावास लगातार तालमेल बिठाकर अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। इस बीच आज जैसे ही यूक्रेन से निकाले गए 219 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया का पहला विमान रोमानिया के बुखारेस्ट से मुंबई हवाई अड्डे पर उतरा तो कई छात्रों की आंखों में आंसू थे और वह केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हुए नहीं थक रहे थे।
यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस के एक छात्र ने मुंबई एयरपोर्ट पर उतरने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे भारत सरकार पर भरोसा था कि वे हमें हमारे देश में जरूर वापस लाएंगे। कुछ डर और घबराहट थी, लेकिन हम भारत वापस आकर बहुत खुश हैं।' यूक्रेन से लौटी एक छात्रा आकांक्षा रावत ने कहा, 'मैं वास्तव में डर गई थी लेकिन भारत सरकार की बदौलत हम सुरक्षित पहुंच गए। हम सबसे पहले बचाए गए। सरकार ने कुछ दिनों के भीतर एक्शन लिया।' वहीं यूक्रेन से लौटी एक छात्र धारा वोरा ने कहा, "हमें अपने देश और भारत सरकार पर गर्व है। हमें उम्मीद है कि शेष छात्रों को जल्द से जल्द वापस लाया जाएगा।'
आपको बता दें कि बोइंग 787 विमान के साथ संचालित, एअर इंडिया की निजी उड़ान एआई1944 शाम सात बजकर 50 मिनट पर छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल युद्ध प्रभावित यूक्रेन से लौटे भारतीय नागरिकों की अगवानी करने के लिए हवाई अड्डे पर मौजूद थे। यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को 24 फरवरी की सुबह से नागरिक विमानों के संचालन के लिए बंद कर दिया गया है। इसलिए, बुखारेस्ट और बुडापेस्ट से निकासी उड़ानें संचालित हो रही हैं। सड़क मार्ग से यूक्रेन-रोमानिया सीमा पर पहुंचे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार के अधिकारी बुखारेस्ट ले गए ताकि उन्हें एअर इंडिया की उड़ानों में निकाला जा सके।
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