मदरसे की आड़ में आतंक का कारोबार, असम पुलिस ने 11 लोगों को लिया हिरासत में

असम पुलिस ने मोरीगांव से मुस्तफा नाम के शख्स को हिरासत में लिया है। इस शख्स पर आरोप है कि वो मदरसे की आड़ में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देता था। इससे मिली जानकारी के आधार पर 10 और लोगों को हिरासत में लिया गया है।

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मुस्तफा समेत 11 लोग असम पुलिस की हिरासत में  
मुख्य बातें
  • असम पुलिस को बड़ी कामयाबी
  • मदरसे का संचालक हिरासत में, आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में शामिल
  • वैश्विक आतंकी नेटवर्क से जुड़ाव

असम पुलिस ने एक ऐसे शख्स एक व्यक्ति को जो मदरसा चलाता है और मदरसे की आड़ में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने वालों को पनाह देता था। पुलिस के मुताबिक उसका संबंध अल-कायदा और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के वित्तपोषण से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने मोरीगांव, बारपेटा, गुवाहाटी और गोलपारा से 11 व्यक्तियों को हिरासत में लिया है जिनका संबंध वैश्विक आतंकी संगठनों AQIS और ABT के साथ है। 

मुस्तफा के जरिए नेटवर्क बढ़ा
मोरीगांव की एसपी अपर्ना एन का कहना है कि  हमें मुस्तफा नाम के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली, जो मोरियाबारी में एक मदरसा चलाता है, जो देश विरोधी गतिविधियों से जुड़ा है। वह उप-महाद्वीप में अल-कायदा से संबंधित अंसारुल्ला बांग्ला टीम के वित्तपोषण से जुड़ा हुआ है। UAPA की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

मदरसा संचालक है मुस्तफा
मुस्तफा उर्फ ​​मुफ्ती मुस्तफा और अब्बास अली को मोरीगांव और गोलपारा से हिरासत में लिया गया। मुस्तफा एक मदरसा चलाता है और उप-महाद्वीप में अल-कायदा से संबंधित एबीटी के वित्तपोषण से जुड़ा हुआ है, जबकि अब्बास एबीटी के फरार सदस्यों में से एक को रसद और आश्रय प्रदान करता है।पुलिस अधीक्षक अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 12 संदिग्ध जिहादियों में से 10 को बारपेटा जिले के जानिया इलाके से गिरफ्तार किया गया, जबकि एक को गुवाहाटी से हिरासत में लिया गया।

मोरीगांव जिला पुलिस प्रमुख अपर्णा नटराजन ने कहा कि मोइराबाड़ी थाने के सोरुचोला गांव में एक निजी मदरसा चलाने वाले एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और उस पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोप लगाए गए हैं।उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किया गया मुफ्ती मुस्तफा, अंसारुल इस्लाम से जुड़े विभिन्न वित्तीय लेनदेन और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल था।अंसारुल इस्लाम , भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) से संबद्ध संगठन है।

ज्यादातर आरोपी एक अन्य मदरसे में शिक्षक
सात अन्य लोग, जिन्हें पुलिस ने अंसारुल इस्लाम से जुड़े होने के संदेह में गिरफ्तार किया है, सभी गांव के एक अन्य मदरसे के शिक्षक हैं। 2019 के बाद से, मुस्तफा ने अंसारुल इस्लाम के सदस्यों अमीरुद्दीन अंसारी और मामून राशिद के साथ कई वित्तीय लेनदेन किए थे, जिन्हें कुछ महीने पहले क्रमशः कोलकाता और बारपेटा में गिरफ्तार किया गया था।नटराजन ने बताया कि मुस्तफा के बैंक खातों को जब्त कर लिया गया है और खातों के लेन-देन का विश्लेषण किया जा रहा है। जांच के दौरान यह भी पता चला है कि उसने मदरसे में अन्य देश के एक 'वांछित व्यक्ति' को भी शरण दी थी जो भागने में कामयाब हो गया था।
गिरफ्तारियां बुधवार से की गई हैं।

बेंगलुरु में एक शख्स गिरफ्तार, नेटवर्क का भंडाफोड़
सरमा ने कहा कि दो दिन पहले असम के एक युवक को बेंगलुरु में गिरफ्तार किया गया था, जबकि संगठन से जुड़े एक अन्य व्यक्ति को बुधवार को राज्य के बोंगाईगांव से पकड़ा गया था। उन्होंने कहा कि जिस मदरसे से मुस्तफा को गिरफ्तार किया गया था, वह निजी है और इसे बंद कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि इसके छात्रों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा।असम में कुछ समय पहले सभी सरकारी मदरसों को बंद कर दिया गया है।यह बारपेटा था, जहां अंसारुल इस्लाम के पांच कथित सदस्यों को मार्च में गिरफ्तार किया गया था और तब से, इससे जुड़े 30 से अधिक लोगों को पकड़ा गया है। अंसारुल इस्लाम को पहले अंसारुल बांग्ला टीम कहा जाता था।पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने मार्च में कहा था कि वे ब्लॉग लिखने वालों, कलाकारों, कवियों और उन लोगों की हत्या में शामिल थे जो कट्टरपंथ के रास्ते पर नहीं चल रहे थे या स्वतंत्र विचार रखते थे।

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