नई दिल्ली: कश्मीरी पंडितों के कातिल आतंकी यासीन मलिक पर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। यासीन मलिक को पटियाला हाउस कोर्ट पहले ही लाया जा चुका था जहां अब दोपहर साढ़े तीन बजे उनकी सजा का ऐलान होगा। NIA की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई को दौरान एनआईए ने फांसी की सजा की मांग की है। 19 मई को हुई सुनवाई में कोर्ट ने यासीन को दोषी करार दिया था।
इससे पहले यासीन ने 11 मई को हुई सुनवाई में अपने सारे गुनाह कोर्ट के सामने कबूल किए थे। आज भी कड़ी सुरक्षा के बीच यासीन को कोर्ट परिसर में लाया गया। स्पेशल ब्रांच के जवान पटियाला कोर्ट के बाहर तैनात हैं। कोर्ट ने आर्थिक वित्तीय जानकारी जुटाने के लिए कोर्ट ने एनआईए को कहा था जिसके आधार पर जुर्माना तय होगा।
विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने 19 मई को मलिक को दोषी करार दिया था और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को उसकी वित्तीय स्थिति का आकलन करने को कहा था, ताकि उस पर लगाये जा सकने वाले जुर्माने को निर्धारित किया जा सके। मलिक को अधिकतम सजा के तौर पर मृत्युदंड, जबकि न्यूनतम सजा के तौर पर उम्र कैद सुनाई जा सकती है। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख मलिक ने आतंकवाद के वित्त पोषण के एक मामले में सभी आरोप स्वीकार कर लिये थे, जिनमें गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत आरोप भी शामिल हैं।
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