नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच फेसबुक को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। फेसबुक के साथ भाजपा के कथित गठजोड़ के आरोपों के बीच सांसद निशिकांत दुबे और कांग्रेस एमपी शशि थरूर ने एक दूसरे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज कराई है। निशिकांत का आरोप है कि सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय समिति के अध्यक्ष के तौर पर थरूर ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। दुबे का आरोप है कि थरूर ने ऐसा अपने पार्टी के एजेंडे को पूरा करने के लिए किया है।
अमेरिकी मीडिया में आई है रिपोर्ट
दरअसल, अमेरिकी मीडिया में एक रिपोर्ट आई है जिसमें दावा किया गया है कि फेसबुक अपने पेज पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में नरमी बरतता है। इस रिपोर्ट के बाद राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई नेता भाजपा पर हमलावर हुए हैं। रिपोर्ट का हवाला देते हुए थरूर ने फेसबुक इंडिया के अधिकारियों को अपने पैनल के समक्ष पेश होने के लिए तलब किया है।
'संसद का विस्तार है स्थायी समिति'
दुबे ने मंगलवार को कहा, 'शशि थरूर इस समिति को कांग्रेस पार्टी का एक विस्तार समझ रहे हैं। उनको यह समझाना चाहिए संसद की स्थायी समिति संसद का विस्तार है न कि कांग्रेस पार्टी का। संसद के नियमों के मुताबिक केवल स्पीकर ही निजी संस्थाओं से जुड़े व्यक्तियों को नोटिस जारी कर बुला सकते हैं।' भाजपा सांसद का आरोप है कि थरूर ने स्पीकर को नजरंदाज कर फेसबुक के अधिकारियों को तलब किया है और इससे विशेषाधिकार का हनन हुआ है।
थरूर बोले-उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़ा
दुबे के आरोपों पर कांग्रेस नेता थरूर ने पलटवार करते हुए कहा, 'एस सांसद के रूप में पिछले 11 वर्षों में मैंने न तो किसी नियम को तोड़ा है और न ही मैंने किसी नेता को अपने पार्टी को एजेंडे को पूरा कराने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने दिया है।' थरूर ने भाजपा नेता के खिलाफ भी विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। कांग्रेस सांसद का आरोप है कि दुबे ने उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर 'अपमानजनक बयान' दिए। लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला को लिखे पत्र में थरूर ने दुबे के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है।
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