दिशा रवि की गिरफ्तारी पर बढ़ा आक्रोश, छात्रों का प्रदर्शन, पर्यावरण समूह ने की रिहाई की मांग

'Toolkit' case : कॉलिशन फॉर इन्वॉयरमेंटल  जस्टिस इन इंडिया ने अपने एक बयान में दिशी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने कानून का सम्मान नहीं किया है।

'Toolkit' case: Students hold protest in Bengaluru, climate group demands release of Disha Ravi
दिशा रवि की गिरफ्तारी पर बढ़ा आक्रोश, छात्रों का प्रदर्शन।  |  तस्वीर साभार: Facebook
मुख्य बातें
  • दिल्ली पुलिस ने रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया
  • एक्टिविस्ट को बेंगलुरु से दिल्ली लेकर आई है दिल्ली पुलिस की साइबर सेल
  • दिशा की गिरफ्तारी के खिलाफ बेंगलुरू में हुए हैं प्रदर्शन,रिहाई की मांग

नई दिल्ली : टूलकिट केस में 21 वर्षीया पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद लोगों में आक्रोश बढ़ता दिखा है। इस गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार को बेंगलुरु में कई छात्र एक्टिविस्टों ने प्रदर्शन किया जबकि कॉलिशन फॉर इन्वॉयरमेंटल जस्टिस ऑफ इंडिया ने दिशा की रिहाई की मांग की है। बता दें कि किसान आंदोलन से जुड़े 'टूलकिट' मामले में दिल्ली पुलिस ने दिशा को गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने दिशा को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। इस 'टूलकिट' को पिछले दिनों जानी-मानी पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया था।  

दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल टीम ने तीन कृषि कानूनों से संबंधित किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर टूलकिट दस्तावेज जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग से साझा करने के लिए रवि को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया। वहीं, इस गिरफ्तारी के खिलाफ बेंगलुरु में छात्रों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और एक्टिविस्ट की रिहाई की मांग करते हुए पुलिस को पौधा सौंपा।

पर्यावरण समूह ने दिल्ली पुलिस की निंदा की
कॉलिशन फॉर इन्वॉयरमेंटल जस्टिस इन इंडिया ने अपने एक बयान में दिशी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने कानून का सम्मान नहीं किया है। इस बयान पर दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य, सिंगर टीएम कृष्णा, अरूंधति घोष जैसे प्रख्यात हस्तियों के हस्ताक्षर हैं। इसमें कहा गया है, 'दिल्ली पुलिस की कार्रवाई डराने वाली है क्योंकि 21 साल की एक्टिविस्ट को दिल्ली से बेंगलुरु ले जाया गया है। वह कहां पर इसकी जानकारी नहीं है...यहां तक कि उनके माता-पिता को भी उनके बारे में नहीं पता है। एक व्यक्ति के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई नैसर्गिक न्याय की प्रक्रिया के खिलाफ है।'

अदोलत में रो पड़ी थीं दिशा
पुलिस ने कहा कि भारत सरकार के खिलाफ कथित तौर पर बड़े स्तर पर साजिश रचने और खालिस्तानी आंदोलन में भूमिका को लेकर जांच करने के लिए एक्टिविस्ट की हिरासत की आवश्यकता है। पुलिस ने सात दिनों की हिरासत मांगी थी। सुनवाई के दौरान रवि अदालत कक्ष में रो पड़ीं और न्यायाधीश से कहा कि उन्होंने केवल दो लाइनें ही संपादित की थीं और वह किसान आंदोलन का समर्थन करना चाहती थीं।

एसकेएम ने भी दिशा का बचाव किया
किसानों की यूनियनों के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा ‘टूलकिट’ मामले की जांच में जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी की निंदा की और उन्हें तत्काल रिहा करने की मांग की। एसकेएम ने साथ ही हरियाणा के कृषि मंत्री जे पी दलाल की तीन कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसानों की मौत को लेकर टिप्पणी की भी निंदा की।  ॉ
 

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