Delhi Police की गिरफ्त में आईएस खोरासान माड्यूल के दो संदिग्ध आतंकी, आतंक की बड़ी साजिश नाकाम

देश
ललित राय
Updated Mar 08, 2020 | 16:43 IST

दिल्ली पुलिस ने आईएस के खोरासान मॉडयूल से जुड़े एक कपल को जामिया नगर इलाके से हिरासत में लिया। अभी जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक वो सीएए विरोध की आड़ में आतंकी हमले की फिराक में थे।

Delhi Police की गिरफ्त में आईएस खोरासान माड्यूल के दो आतंकी, आतंक की बड़ी साजिश नाकाम
ISIS Khorasan module: गिरफ्त में दो आतंकी 
मुख्य बातें
  • आईएस खोरासान मॉड्यूल के दो आतंकी दिल्ली से लिये गए हिरासत में
  • सीएए विरोध का फायदा उठाकर देश में धमाकों की तैयारी में थे
  • जम्मू-कश्मीर के बाहर नेटवर्क फैलाने की मिली थी जिम्मेदारी

 नई दिल्ली। आईएस के खोरासान मॉडयूल से संबंधित एक कपल को दिल्ली पुलिस ने जामिया नगर इलाके से गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि खुफिया विभाग की जानकारी पर रविवार सुबह यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है यह कपल अफगानिस्तान में  आईकेएसपी के लोगों से संपर्क में थे और वो हाल ही में नागरिकता संशोधन कानून खिलाफ जो विरोध हो रहे हैं उसे और भड़काना चाहते थे।

हिरासत में आईएस खोरासान मॉड्यूल के दो संदिग्ध
जहांनजैब सामी और उसकी पत्नी हिंदा बशीर बेग को हिरासत में लिया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों की गिरफ्तारी के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि जहांजैब सामी खुफिया एजेंसियों की नजर में तब आया जब वो अफगानिस्तान में आईकेएसपी के वरिष्ठ सदस्यों के संपर्क में था। आईकेएसपी, आईएस की अफगानिस्ता में शाखा है। पुलिस का कहना है कि ऐसा लग रहा है कि वो आत्मघाती हमलों के साथ दूसरे हमलों के जरिए भारत को दोहराने की फिराक में था और इसके लिए वो हथियार खरीदने की फिराक में था। 

जम्मू-कश्मीर से बाहर निकलने की थी जिम्मेदारी
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अगर जहांजैब सामी की हाल की गतिविधियों पर नजर डालें तो साइबर स्पेस के जरिए आतंकी संगठनों के प्रोपगैंडा वार में शामिल है। इसे निर्देश दिया गया था कि इस समय भारत में जो कुछ हो रहा है उसे और भड़काने वाले अंदाज में पेश करने के साथ ही अपनी गतिविधियों को सिर्फ जम्मू-कश्मीर तक सीमित न रखे। 
नापाक इरादों पर से उठा पर्दा
एजेंसियों का कहना है कि जहांजैब सामी का संबंध हुजैफा-अल-बाकिस्तानी पाकिस्तानी कमांडर से था। यह शख्स आईएस खोरासान मॉड्यूल में सक्रिय भूमिका निभाया था। सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि इसके जिम्मे कश्मीर युवकों को कट्टरपंथ की तरफ ढकेलने की जिम्मेदारी दी गई थी। बाकिस्तानी पहले लश्कर -ए- तैयबा से जुड़ा हुआ था और बाद में आईएस का दामन थाम लिया। अफगानिस्तान में ड्रोन अटैक में इसे मार गिराया गया था और इसकी पुष्टि पिछले साल जुलाई में आईएस की मीडिया विंग ने की थी। आईएस का कहना था कि बाकिस्तानी ने भारतीय जांच एजेंसियों की नींद उड़ा दी थी। 

 

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