लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी कोरोना संकट के बीच रामलला को अस्थायी ढांचे में शिफ्ट करने के लिए मंगलवार की देर अयोध्या पहुंच गए हैं, बताया जा रहा है कि बुधवार की भोर में अयोध्या में रामलला को अस्थायी बुलेटप्रूफ ढांचे में शिफ्ट किया जाएगा, इसके लिए तैयारियां कर ली गई हैं, कोरोना के खतरे को देखते हुए इस कार्यक्रम में केवल राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य इसमें शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने टाइम्स नाऊ हिंदी को बताया कि मुख्यमंत्री अयोध्या में 25 मार्च को सुबह अनुष्ठान में शामिल होंगे। कोरोना वायरस की वजह से इस अनुष्ठान में सीमित संख्या रहेगी।
बताया जा रहा है कि रामलला को नवरात्र के पहले दिन बुधवार को सुबह 4 बजे टेंट से अस्थायी, बुलेट प्रूफ संरचना में स्थानांतरित किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस अवसर के लिए पूजा पिछले 2 दिनों से हो रही है।
प्राण प्रतिष्ठा के अगले 2.5 घंटों तक पूजा जारी रहेगी, हालांकि कोरोनवायरस वायरस के खतरे को देखते हुए इस महत्वपूर्ण समारोह में राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य ही शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम के लिए यूपी सीएम मंगलवार की शाम अयोध्या पहुंच गए बताया गया है कि वो सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के उपरांत बुधवार भोर में रामलला की शिफ्टिंग के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। 25 मार्च की सुबह 4 बजे सीएम योगी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टियों की मौजूदगी में रामलला को अस्थाई बुलेटप्रूफ मंदिर में विधिविधान से शिफ्ट करेंगे।
रामलला अब अयोध्या में बुलेटप्रूफ फाइवर के बने मंदिर में रजत सिंहासन पर विराजेंगे
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में नवनिर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में शुरू हुआ प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़ा पूजन-अर्चन शुरू हो चुका है। रामलला चांदी के जिस सिंहासन पर विराजेंगे, उसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और अयोध्या राज परिवार के मुखिया विमलेंद्र मोहन मिश्र ने अपनी तरफ से तैयार कराया है।
उन्होंने अपने आवास राजसदन में इसे ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ पदेन सदस्य जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की मौजूदगी में ट्रस्ट को समर्पित किया।
9 किलो 500 ग्राम चांदी से निर्मित यह सिंहासन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टी एवं अयोध्या राज परिवार के मुखिया विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने राज सदन स्थित अपने आवास पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दान स्वरूप अर्पित किया।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय ने बताया कि भगवान रामलला गृभगृह में विराजमान हैं, भव्य मंदिर निर्माण के लिए यहां से उनको नए आसन में विराजित करना जरूरी है। इसके लिए सोमवार से पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ शुरू हो गई है।
25 मार्च को ब्रह्म मुर्हूत में रामलला नए आसन पर पधारेंगे
इस तरह नवरात्र के पहले दिन रामलला समेत चारो भाइयों व हनुमानजी को बुलेटप्रूफ फाइबर के वातानुकूलित मंदिर में अनुष्ठानपूर्वक विराजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 25 मार्च की सुबह रामलला को नए अस्थायी भवन में सुबह चार बजे शिफ्ट किया जाएगा। कोरोना वायरस के कहर के कारण अब शिफ्ट करने के तमाम भव्य कार्यक्रमों को सीमित कर दिया गया है।ॉ
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र के अनुसार, किसी भी नए मंदिर में भगवान को विराजमान कराने से पहले उसकी कई मान्यताएं हैं। भगवान को विराजमान करने से पहले जमीन और मंदिर दोनों को पवित्र कराया जाएगा। रामलला को शिफ्ट करने से पहले रास्ते का भी शुद्धिकरण होगा और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामलला पुराने मंदिर से नए आस्था मंदिर में विराजमान होने के लिए निकलेंगे।
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