शहीद साथी के बहन की शादी में भाई का फर्ज निभाने अचानक पहुंच गए CRPF के जवान, लोगों की आंखें हुईं नम 

Rae Bareli News : कांस्टेबल शैलेंद्र सीआरपीएफ के 110वीं बटालियन में थे। वह पांच अक्टूबर 2020 को पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी बहन की शादी रायबरेली में 13 दिसंबर को थी।

UP: CRPF jawans reach martyred soldier’s home perform brother’s duties in sister wedding
सीआरपीएफ के जवानों ने भाई की कमी पूरी की।  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • सीआरपीएफ में कांस्टेबल थे शैलेंद्र प्रताप सिंह, अक्टूबर 2020 में कश्मीर में हुए शहीद
  • शैलेंद्र की बहन की शादी 13 दिसंबर को थी, शादी में शामिल होने पहुंचे सीआरपीएफ के जवान
  • शादी में सीआरपीएफ के इन जवानों ने रस्में निभाईं, बहन को भाई की कमी खलने नहीं दी

रायबरेली : रायबरेली में एक बहन की खुशियों का दामन सीआरपीएफ के जवानों ने खुशियों से भर दी। दरअसल, सीरपीएफ के शहीद जवान शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन ज्योति की शादी 13 दिसंबर को थी। इस दिन सीआरपीएफ के करीब डेढ़ दर्जन जवान शैलेंद्र सिंह के घर पहुंचे और बहन के लिए भाई की कमी पूरी कर दी। शैलेंद्र के साथियों ने अपनी इस बहन को आशीर्वाद एवं उपहार दिए। दुल्हन के रूप में सजी ज्योति को मंडप तक लेकर गए। इन जवानों ने रस्म निभाकर बहन को अपने भाई की कमी खलने नहीं दी। 

शादी वाले घर में जवानों को देख दंग रह गए लोग

शादी वाले घर में अचानक इन जवानों को देख सभी दंग रह गए। विवाह समारोह में जवानों के शामिल होने से वहां उपस्थित सभी लोग भावुक हो गए। बहन के साथ जवानों की ये तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं। सीआरपीएफ ने भी इस बारे में एक ट्वीट किया है। बता दें कि अक्टूबर 2020 में कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते समय सीआरपीएफ के कांस्टबेल शैलेंद्र प्रताप सिंह शहीद हो गए थे।

पिता ने कहा-अब मेरे कई बेटे

रिपोर्टों के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'शैलेंद्र सिंह के घर पहुंचकर सीआरपीएफ के इन जवानों ने भाई की कमी पूरी करने की कोशिश की।' वहीं, शैलेंद्र प्रताप सिंह के पिता का कहना है कि 'उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन सीआरपीएफ के जवानों के रूप में उनके पास अब कई बेटे हैं। वे जवान हमारे सुख और दुख दोनों अवसरों पर हमारे साथ खड़े रहेंगे।'

पांच अक्टूबर 2020 को शहीद हुए शैलेंद्र प्रताप सिंह

सीआरपीएफ ने अपने ट्वीट में कहा है कि बड़े भाई के रूप में सीआरपीएफ के जवानों ने कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह की बहन की शादी में शामिल हुए। कांस्टेबल शैलेंद्र सीआरपीएफ के 110वीं बटालियन में थे। वह पांच अक्टूबर 2020 को पुलवामा में आतंकियों से लोहा लेते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर