Uttarakhand Rain News: उत्तराखंड में बेमौसम आफत की बरसात हो रही है और ऐसी बारिश हुई की चारों ओर सिर्फ तबाही का मंजर है। नैतीताल-हल्दवानी-रामगढ़-चमोली, हर जगह बाढ़ का सितम है। बारिश के कारण अब तक 40 मौतें हो चुकी हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में भारी बारिश के मद्देनजर शहर और राज्य की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि जनहानि, संपत्ति, सड़क, बचाव अभियान, सड़कों को फिर से शुरू करने पर विचार-विमर्श किया; अधिकारियों को भूस्खलन से मलबा हटाने का निर्देश दिया है ताकि सड़क संपर्क बहाल किया जा सके। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि गढ़वाल में स्थिति लगभग नियंत्रण में है, मार्गों को फिर से खोल दिया गया है और कल से 'चार धाम यात्रा' फिर से शुरू की जाएगी। नैनीताल से लगभग 25 के साथ अब तक लगभग 40 लोग हताहत हुए हैं। कुमाऊं में जलस्तर कम हुआ, लेकिन अब तक मार्ग नहीं खुले, समय लगेगा...पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में जुटी हैं।
मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। घर गंवाने वालों को 1 लाख 9 हजार रुपए दिए जाएंगे। जिन लोगों ने अपना पशुधन खो दिया है, उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। उत्तराखंड के रामगढ़ ब्लॉक में बादल फटने के बाद भारी तबाही आई। नैनीताल में तो भारी बारिश के बाद सड़कों पर झील बहन लगी है। गाड़ियां माचिस के डिब्बों की तरह बहीं। इतना पानी है कि पूरी की पूरी कार डूब गई। नैनीताल में झील किनारे तोड़कर बह रही है। आसपास के रिहयाशी इलाकों में झील का पानी घुस गया है। लोगों के घरों में पानी भर गया है।
करीब 20 घंटों से लगातार जारी बारिश ने अक्टूबर में नैनीझील के जलस्तर के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। नैनीताल में 200 मिमी से ज्यादा की बारिश दर्ज हो चुकी थी, जिसकी वजह से झील का जलस्तर 12.2 फीट के ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड को पार कर गया। झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड तक पहुंच गया। नैनीताल के कई इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं भी हुई हैं। जिसके बाद क्रेन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है ताकि रास्तों को खोला जा सके। रामनगर की हालत भी कुछ जुदा नहीं है। पूरे के पूरे इलाके में पानी भरा पड़ा है। रूद्रपुर की हालत तो ऐसी है कि यहां पूरे के पूरे मोहल्ले में पनी का पहरा है। लोग आठ-दस फीट पानी में तैरकर गुजर रहे हैं।
बचाव व राहत कार्य जारी
उत्तराखंड में भारी बारिश पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम और गृह मंत्री को राज्य की मौजूदा स्थिति से अवगत करा दिया गया है। कई जगह मकान, पुल आदि क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बचाव कार्यों के लिए तीन हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
उत्तराखंड में तबाही वाली बारिश
नैनीताल जिले में बादल फटने की खबर
नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी का कहना है कि रामगढ़ गांव में बादल फटने की घटना सामने आई है। लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। विवरण की प्रतीक्षा है। रामगढ़ गांव में जहां बादल फटा था वहां से कुछ घायलों को बचा लिया गया है, उनकी वास्तविक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है।
गुजरात सरकार मे हेल्पलाइन नंबर जारी की
उत्तराखंड में गुजरात के तीर्थयात्रियों के संबंध में सीएम भूपेंद्र बघेल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की और उसके बाद गुजरात सरकार के आपातकालीन संचालन केंद्र के हेल्पलाइन नंबरों की घोषणा की गई है ताकि वहां फंसे गुजरात के तीर्थयात्रियों से संपर्क किया जा सके और अन्य जानकारी प्राप्त की जा सके जिसका हेल्पलाइन नंबर 079- 23251900 है।
अलर्ट के बीच पीएम ने सीएम से की बात
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में अगले 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है। इसका अर्थ यह है कि बारिश से अभी वहां राहत नहीं मिलने वाली है।मा.प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी जी ने दूरभाष पर प्रदेश में दैवीय आपदा से हुए भारी नुकसान पर संवेदना प्रकट करते हुए राहत व बचाव कार्यों के विषय में जानकारी ली। मा.प्रधानमंत्री जी के निर्देशन एवं केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार इस त्रासदी से निपटने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
चंपावत में निर्माणाधीन पुल बहा
जंगलचट्टी में फंसे श्रद्धालु निकाले गए
नैनीताल में कई महत्वपुर्ण सड़कों पर भूस्खलन
नैनीताल को दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले हल्द्वानी, कालाढुंगी और भवाली रोड भी जगह-जगह भूस्खलन होने से हैं। नैनीताल डीएम आवास भी भूस्खलन की चपेट में है। नैनी झील का पानी तल्लीताल में मॉल रोड और डॉठ सड़क पर आ गया है। जिससे लोवर मॉल रोड पर जल भराव हो गया है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।