नई दिल्ली: विदेशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी का अभियान जारी है। ऑपरेशन समुद्र सेतु और वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों से हजारों भारतीयों को समुद्र और हवाई मार्ग से वतन वापसी हो चुकी है। नौसेना भी ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत आईएनएस जलाश्व के जरिए माले, मालदीव में फंसे 698 भारतीयों को लेकर भारत पहुंच चुकी है। रविवार सुबह आईएनएस जलाश्व कोच्चि के हार्बर पर पहुंचा। नौसेना के मुताबिक इन 698 भारतीयों में 19 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
सिंगापुर से वापसी
वहीं ऑपरेशन वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया विभिन्न देशों से अपने नागरिकों को विशेष उड़ान के जरिए वापस ला रही है। रविवार को सिंगापुर से एयर इंडिया की फ्लाइट 343 ने उड़ान भरी जिसमें 243 यात्री शामिल हैं। वहीं अन्य देशों से भी बड़ी संख्या में भारतीयों ने स्वदेश वापसी के लिए पंजीकरण कराया हुआ है और कई देश लौट भी चुके हैं।
अमेरिका से 2500 हजार लोगों ने कराया पंजीकरण
अमेरिका से भी बड़ी तादाद में देश लौटने के लिए भारतीय नागरिकों ने रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है। अमेरिका में भारत के राजदूत टीएस संधू ने बताया, 'पहले हफ्ते में कुल 25 हजार लोगों ने पंजीकरण कराया है। हम सात उड़ानों के जरिए फिलहाल लोगों को ले जा रहे हैं और हालात तथा जरूरत के हिसाब से यह सिलसिला जारी रहेगा। सेन फ्रांस्सिको से पहली उड़ान जा चुकी है। '
ब्रिटेन में फंसे 326 भारतीय नागरिक पहुंचे मुंबई
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए दुनियाभर में लगी यात्रा पाबंदियों के कारण ब्रिटेन में फंसे 326 भारतीय नागरिकों का पहला समूह लंदन से शनिवार देर रात यहां पहुंचा। पीटीआई के मुताबिक, एयर इंडिया का बोइंग 777 विमान शनिवार को लंदन से रवाना हुआ और 326 भारतीयों को लेकर देर रात करीब डेढ़ बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआईए) उतरा।
तमिलनाडु के लोग वापस लौटे
वंदे भारत मिशन के तहत एअर इंडिया की दो उड़ानों में दुबई से करीब 359 लोगों को शनिवार सुबह तमिलनाडु के चेन्नई लाया गया। यात्रियों में तिरुनेलवली की एक महिला भी थी जिसके पति की दुबई में मौत हो गई थी। विमान में उसके पति का शव भी लाया गया।
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