यह बात सुनते ही विकास पर भड़क गया था अमर दुबे, बोला था- हमसे इतना बड़ा कांड करवा दिया और गद्दी...

देश
किशोर जोशी
Updated Oct 12, 2020 | 09:04 IST

कानपुर के बिकरु गांव के रहने वाले विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब पता चला है कि विकास प्रभात को अपनी गद्दी सौंपना चाहता था।

Vikas Dubey wanted to hand over his empire to Prabhat mishra instead of Amar Dubey
जब विकास की यह बात सुनते ही उस पर भड़क गया था अमर दुबे, फिर. 
मुख्य बातें
  • प्रभात को गद्दी सौंपना चाहता था विकास दुबे, ये सुनते ही अमर दुबे हो गया था आगबूला
  • कानपुर कांड को अंजाम देने के बाद विकास दुबे फरीदाबाद में रुका था विकास
  • फरीदाबाद में विकास और अमर में हुई बहस के बाद वापस कानपुर के लिए लौटा था अमर

कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे को लेकर तरह- तरह के खुलासे हो रहे हैं। यूपी पुलिस ने बिकरु कांड और विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर अपनी चार्जशीट में कई बातों का जिक्र किया है। अब एक नया खुलासा जो हुआ है उसके मुताबिक बिकरु में पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद विकास दुबे जब फरार हुआ था जो उसके अपने खास गुर्गे अमर दुबे से विवाद भी हुआ था। दरअसल विकास दुबे अपने करोड़ों के सम्राज्य का मालिक प्रभात मिश्रा को बनाना चाहता था लेकिन यह बात अमर दुबे को नागवर गुजरी थी।

फरीदाबाद में हुई थी अमर और विकास में बहस
अमर उजाला की खबर के मुताबिक, जब विकास दुबे पुलिकर्मियों की हत्या करने के बाद फरीदाबाद भाग गया था तो इस दौरान उसने अमर से बात करते हुए कहा,  'मेरी पत्नी के जेल जाने की नौबत आ गई, और गद्दी प्रभात को मिलेगी। विकास की यह बात सुनते ही अमर आगबूबला हो गया था।  अमर दुबे को यह कतई मंजूर नहीं था कि प्रभात विकास का उत्तराधिकारी बने और ये बात उसने विकास को भी बताई थी। तब अमर दुबे ने विकास से कहा था, ' मेरी अभी- अभी शादी हुई है और उसके बाद आपने हमसे इतना बड़ा कांड करवा दिया। मेरी पत्नी के भी जेल जाने की नौबत आ गई लेकिन इन सबके बावजूद भी आप गद्दी प्रभात को दोगे। मैं अब यहां नहीं रुक सकता।' इतना कहकर अमर दुबे कानपुर के वापस चले गया था।

विकास पर भड़कने के बाद कानपुर के निकला था अमर

 पुलिस ने इस घटना का जिक्र अपनी चार्जशीट में भी किया है। कानपुर कांड को अंजाम देने के बाद विकास अपने खास गुर्गों के साथ फरार हो गया था, इन गुर्गों में अमर दुबे, प्रभात मिश्रा भी उसके साथ थे। इस दौरान जब अमर ने विकास की बात का विरोध किया था तो उसे विकास ने तगड़ी डांट लगाई जिसके बाद अमर कानपुर के लिए निकल पड़ा था। लेकिन वापसी के दौरान एनकाउंटर में यूपी पुलिस ने उसे हमीरपुर में मार गिराया था।

प्रभात का भी हुआ था एनकाउंटर

वहीं प्रभात मिश्रा काफी कम समय में ही विकास का विश्वासपात्र बन गया था और विकास उससे अपनी हर बात को साझा करता था। इसी वजह से विकास अमर की बजाय प्रभात को अपने सम्राज्य का उत्तराधिकारी बनाना चाहता था। प्रभात मिश्रा को भी उस समय पुलिस ने मार गिराया था जब वह पुलिस कस्टडी से भागने का प्रयास कर रहा था।

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