नई दिल्ली : पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा में संपन्न हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हार के कारणों की समीक्षा के लिए आज कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि अगर पार्टी को लगता है तो वे तीनों अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। हालांकि सीडब्ल्यूसी ने सोनिया गांधी की इस्तीफे की पेशकश को खारिज कर दिया।
कांग्रेस की इस बैठक पर सभी की नजरें टिकी थीं। करीब साढ़े चार घंटे तक चली इस बैठक में कई पहलुओं पर चर्चा की गई तो अप्रैल के पहले सप्ताह में चिंतन शिवर बुलाने का फैसला भी लिया गया, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इसमें कांग्रेस के राज्य प्रभारियों से विधानसभा चुनाव में हार को लेकर रिपोर्ट भी तलब की गई है, जिनमें कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी भी शामिल थीं। उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि राज्य में कांग्रेस का संगठन कमजोर है, इसके बावजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे विश्वास के साथ चुनाव लड़ा। पार्टी ने महिलाओं के मुद्दे को जोरशोर से उठाया। टिकट बंटवारे में उन्हें 40 फीसदी सीटें दी गईं। हालांकि नतीजे उम्मीदों के अनुरूप नहीं आए।
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बताया जा रहा है कि इसी चर्चा के दौरान सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर पार्टी को उनके नेतृत्व को लेकर संदेह है तो वह अपने पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि अगर पार्टी को लगता है तो वे तीनों (सोनिया गांधी खुद, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) कांग्रेस में अपने पद से इस्तीफे देने के लिए तैयार हैं। लेकिन CWC ने सोनिया गांधी की इस पेशकश को खारिज कर दिया और उनसे अपने पद पर बने रहने की अपील की।
बैठक खत्म होने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि पार्टी का नेतृत्व सोनिया गांधी करती रहेंगी और संगठनात्मक चुनाव से ही तय होगा कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा। इसकी प्रक्रिया जारी है और सितंबर तक पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाने की संभावना है। CWC ने सोनिया गांधी से कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव संपन्न होने तक अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की।
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कांग्रेस कार्य समिति की इस बैठक में 'जी 23' समूह के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और मुकुल वासनिक भी शामिल हुए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस बैठक में शामिल नहीं हुए, जबकि वरिष्ठ नेता एके एंटनी कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाए। विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के 'जी 23' समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की थी, जिसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की गई थी। नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए थे।
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