केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कई सुरक्षात्मक उपाय अपनाये जाने पर जोर दिया जा रहा है, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा कि 10वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की व्यक्तिगत तौर पर कक्षा में उपस्थिति पर भी लिए रोक रहेगी।
कोविड-19 के तेजी से प्रसार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से, जम्मू और कश्मीर सरकार ने आदेश दिया है कि 200 से अधिक व्यक्तियों को एकत्रित नहीं किया जाएगा सामाजिक और प्रथागत कार्यों के लिए सभी सभाओं को केवल कोविड-19 SOPs के बाद 200 तक ही सीमित रखा जाएगा।जम्मू विश्वविद्यालय ने उन परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है जिन्हें 10 अप्रैल तक आयोजित किया जाना था।
एक अहम बैठक में संभागीय आयुक्त जम्मू डॉ राघव लंगर ने जम्मू रेलवे स्टेशन और जम्मू हवाई अड्डे पर कोविड के लिए सख्त जाँच और परीक्षण के लिए डीएम जम्मू और निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं जम्मू को निर्देशित किया है। उपायुक्त सांबा को भी निर्देश दिया गया है कि बिना कोविड टेस्ट के किसी को भी अनुमति न दें।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों से कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच विद्यालयों में कक्षाओं को जारी रखने के संबंध में निर्णय लेने को कहा था, जिसके बाद यह दिशा-निर्देश आया है।सिन्हा के कार्यालय ने ट्वीट किया, 'जम्मू-कश्मीर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और छोटे बच्चों के संक्रमित होने की आशंका तथा उनके द्वारा समुदाय के बड़े हिस्से में संक्रमण के प्रसार के खतरे के मद्देजनर नौवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए सोमवार से (पांच अप्रैल से) विद्यालय अगले दो सप्ताह यानी 18 अप्रैल तक बंद रहेंगे।'
10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए भी एक सप्ताह तक विद्यालय बंद रहेंगे। इसमें यह भी कहा गया कि सामाजिक और पारंपरिक स्तर पर होने वाले समारोहों में सिर्फ 200 लोग ही कोविड-19 संबंधी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए शामिल हो सकेंगे।
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