कोलकाता : कभी बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार यशवंत सिन्हा अब तृणमूल कांग्रेस के हो गए हैं। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इस दौरान उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दौर को याद करते हुए कहा कि बीजेपी का चाल और चरित्र विगत दिनों में पूरी तरह बदल चुका है और अब यह पार्टी दूसरों को कुचलकर आगे बढ़ने में यकीन रखती है।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा शनिवार को कोलकाता में टीएमसी में शामिल हो गए। पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में इसका कितना फायदा टीएमसी को मिलेगा, इसका पता तो आने वाले वक्त में ही चल सकेगा, लेकिन सिन्हा के सियासी कद को देखते हुए इसे खासी अहमियत दी जा रही है। अटल सरकार के प्रमुख नेताओं में शुमार यशवंत सिन्हा बीते कुछ वर्षों से लगातार बीजेपी के खिलाफ हमलावर रहे हैं। उन्होंने पार्टी में लोकतांत्रिक ढांचे को लेकर सवाल उठाए हैं।
एक बार फिर बीजेपी पर तीखे वार करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा, 'देश आज एक असाधारण परिस्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की ताकत लोकतांत्रिक संस्थाओं में निहित होती है। न्यायपालिका सहित ये सभी संस्थान अब कमजोर हो गए हैं।'
अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में बीजेपी के दौर को याद करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा, 'अटल जी के समय में बीजेपी सर्वसम्मति में विश्वास करती थी, लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है। अकाली और बीजद ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। आज बीजेपी के साथ कौन खड़ा है?'
उन्होंने कहा कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी पर हुए 'हमले' को गंभीर बताते हुए उन्होंने कहा कि यही वजह क्षण था जब उन्होंने टीएमसी में शामिल होने और ममता के समर्थन का फैसला किया।
यहां उल्लेखनीय है कि टीएमसी प्रमुख बुधवार शाम नंदीग्राम में जख्मी हो गई थीं। उसके बाद से बीजेपी और टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। टीएमसी के कई नेताओं ने इसके लिए बीजेपी पर हमले का आरोप लगाया है तो बीजेपी ने टीएमसी पर इस मामले को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
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