Presidential Election : मैं 10वां विकल्प होता तो भी मजबूती के साथ लड़ता राष्ट्रपति चुनाव-यशवंत सिन्हा

Presidential Election 2022 : नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह इस पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए वह सबसे पहले विपक्षी दलों को बधाई देते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस पद के लिए चौथे विकल्प थे।

Yashwant Sinha says government is using agencies not against criminal but against opposition leaders
18 जुलाई को होगा राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव।  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा ने अपना नामांकन दाखिल किया
  • राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार बने हैं यशवंत सिन्हा, द्रोपदी मुर्मू से है मुकाबला
  • राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है, नतीजे की घोषणा 21 जुलाई को होगी

Yashwant Sinha : राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने के मौके पर उनके साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला सहित विपक्ष के कई नेता मौजूद थे। यशवंत सिन्हा का मुकाबला भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू से है। मुर्मू ने गत शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। मुर्मू यदि यह चुनाव जीतती हैं तो वह देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होना है और जरूरत पड़ने पर मतों की गिनती 21 जुलाई को की जाएगी। 

'10 विकल्प होता तो भी मजबूती से लड़ता चुनाव'
नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में यशवंत सिन्हा ने कहा कि वह इस पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए वह सबसे पहले विपक्षी दलों को बधाई देते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस पद के लिए चौथे विकल्प थे। सिन्हा ने कहा कि यदि वह 10वें विकल्प भी होते तो भी चुनाव मजबूती के साथ लड़ते। सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रपति का काम सरकार को सलाह देना होता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पर रबड़ स्टंप होने के आरोप लगते हैं। राष्ट्रपति को रबड़ स्टंप नहीं होना चाहिए। सिन्हा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपराधियों के खिलाफ नहीं बल्कि विपक्ष के नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। जांच एजेंसियों के जरिए विपक्ष के नेताओं का अपमान कराया जा रहा है। 

नई इमारत बना देने से संसद की गरिमा नहीं बढ़ जाती-यशवंत सिन्हा
सरकार की 'अग्निपथ' योजना की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने रेलवे के कोच जलते हुए देखे हैं। आज विधायिका का केवल 25 प्रतिशत काम ही स्थायी समितियों के पास जाता है पहले यह 70-80 प्रतिशत हुआ करता था। केवल संसद की नई इमारत बना देने से संसद की गरिमा नहीं बढ़ जाती है।'

राष्ट्रपति चुनाव 2022: विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने दाखिल किया नामांकन, राहुल गांधी समेत कई नेता मौजूद

विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में भरा नामांकन
सिन्हा ने नामांकन पत्र दाखिल करने के समय एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, द्रमुक के ए राजा और नेकां नेता फारूक अब्दुल्ला मौजूद थे। इनके साथ ही, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेता के.टी. रमा राव, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय जनता दल की सांसद मीसा भारती, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के नेता एन.के. प्रेमचंद्रन, राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और कुछ अन्य विपक्षी नेता भी उपस्थित थे।

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