डेरा चीफ गुरमीत राम रहीम को दी गई Z प्लस सुरक्षा, बताया खालिस्तानियों से है खतरा

देश
रामानुज सिंह
Updated Feb 22, 2022 | 15:18 IST

हत्या और बलात्कार के मामले में आजावन कारावास की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को  जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। वह फरलो पर 21 दिन के लिए जेल से बाहर है।

Z plus security given to Dera Chief Gurmeet Ram Rahim, out of jail on furlough form 7 February
डेरा सच्चा सौदा चीफ गुरमीत राम रहीम सिंह को जेड प्लस सुरक्षा 
मुख्य बातें
  • राम रहीम हत्या और रेप मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
  • 21 दिनों की फरलो पर 7 फरवरी को रिहा किया गया था।
  • हरियाणा सरकार ने यह टॉप लेवल की सुरक्षा दी है।

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं से जान को खतरा होने की खबरों के बाद राम रहीम को हरियाणा सरकार ने यह टॉप लेवल की सुरक्षा दी है। राम रहीम फरलो पर 21 दिनों के लिए जेल से बाहर आया हुआ है।

पूर्व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और दो डेरा शिष्यों के बलात्कार के मामले में वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा काट रहे राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल से 21 दिन की फरलो पर 7 फरवरी को रिहा किया गया था। इस मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 2017 में 54 वर्षीय राम रहीम को दोषी ठहराया था। 

इस बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को फरलो देने पर हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर फरलो देने का आधार पूछा। हरियाणा सरकार ने अदालत में कहा कि डेरा प्रमुख एक कट्टर अपराधी नहीं था और वास्तव में हत्या के मामलों में हमलावर नहीं था, बल्कि एक सह-साजिशकर्ता था और इसलिए वह फरलो का हकदार है।

भारत में सुरक्षा की कई कैटेगरी

सरकार सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किए गए व्यापक खतरे के आकलन के आधार पर किसी व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करती है। भारत में सुरक्षा की कई कैटेगरी हैं:-  X, Y, Y प्ल्स, Z और Z प्लस। अंतिम कैटेगरी सबसे बड़ी है और देश में यह सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण लोगों को दी जाती है। इन कैटेगरी के अलावा, एसपीजी (विशेष सुरक्षा समूह) कवर केवल प्रधानमंत्री और उनके तत्काल परिवार के लिए है।

पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल और प्रियंका को भी एसपीजी सुरक्षा कवर प्राप्त था। लेकिन बाद में इसे Z-प्लस कैटेगरी में बदल दिया गया।

Z-प्लस सुरक्षा क्या है?

Z-प्लस कैटेगरी के लोगों को मोबाइल सुरक्षा के लिए 10 सुरक्षाकर्मी और निवास सुरक्षा के लिए दो (प्लस 8) मिलते हैं। Z प्लस लेवल की सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडो द्वारा दी जाती है।

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