कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप ऐसा है कि इसके आगे किसी का वश नहीं चल रहा है, मरीज बेहाल हैं तो अस्पतालों पर बेतहाशा दवाब है, मरीजों की अपनी पीड़ा है और वो इलाज के लिए, ऑक्सीजन के लिए, बेड के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं उनका कोई पुरसाहाल नहीं है वहीं कई डॉक्टर्स भी इलाज में आ रही दिक्कतों को लेकर परेशान हैं। इस बीच देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है,कोरोना की दूसरी लहर के सामने हर कोई बेबस नजर आ रहा है वहीं सरकारें कह रही हैं कि उनकी तरफ से पूरी कोशिश जारी है, केंद्र सरकार की तरफ से ऑक्सीजन सिलेंडर को अलग अलग माध्यम से पहुंचाया जा रहा है।