विज्ञान भवन में गुरुवार को किसानों के प्रतिनिधिमंडलों एवं कृषि मंत्री के बीच करीब सात घंटे तक बैठक चली थी। बैठक के बाद कृषि मंत्री ने कहा, 'बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। किसान नेताओं ने कृषि कानूनों पर अपनी आपत्तियां रखीं। जबकि सरकार ने अपना नजरिया रखा।' किसानों का आशंका है कि नए कृषि कानूनों के लागू हो जाने के बाद सरकार समर्थित मंडिया धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी।