नई दिल्ली : महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं वैसे-वैसे सियासी दलों के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष मुद्दों के आधार पर एक-दूसरे को घेरने की पूरी कोशिश में है। भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी कमान संभाल चुके हैं तो कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी सरकार पर तीखे हमले कर रहे हैं। भाजपा इन दोनों राज्यों में अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रही है। दोनों पक्ष चुनावी समर में मुद्दों को धार देकर मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने में जुट गए हैं।
महाराष्ट्र और हरियाणा की अपनी चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस सहित विपक्ष पर निशाना साधा है। भाजपा ने इन चुनावों में अनुच्छेद 370, राफेल और तीन तलाक को चुनावी मुद्दा बनाया है तो कांग्रेस ने बेरोजगारी, किसानों की दशा और अर्थव्यवस्था पर सरकार को घेरने में जुटी है। महाराष्ट्र के जलगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। पीएम ने कहा कि अनुच्छेद 370 एवं 35ए की आलोचना करने वाले विपक्ष में यदि इतना दम है तो वह इस बात का जिक्र अपने घोषणापत्र में करे कि सत्ता में आने पर वह इसे वापस ले लेगा।
हरियाणा के चरखी दादरी में अपनी चुनावी रैली में पीएम ने मतदाताओं को आकर्षित करते हुए कहा कि पिछले 70 साल से हरियाणा के हिस्से का पानी पाकिस्तान जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हरियाणा के हिस्से का पानी पाकिस्तान नहीं जाएगा। वह उसे रोकेंगे।' पीएम ने कहा कि इस पानी पर हक हरियाणा और राजस्थान के किसानों का है। उनकी सरकार इस पानी को रोकने के लिए काम कर रही है।
बता दें कि महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे जबकि चुनाव नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे। इन दोनों ही राज्यों में भाजपा की अपनी सरकार है। भाजपा को उम्मीद है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में वह एक बार फिर सरकार बनाने में सफल होगी। हरियाणा में विधानसभा की 90 और महाराष्ट्र में 288 सीटें हैं। महाराष्ट्र में भाजपा का गठबंधन शिवसेना के साथ है जबकि हरियाणा में वह अकेले चुनाव मैदान में है।
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