नई दिल्ली। 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) की सभी 288 सीटों के लिए मतदान होगा। इसके साथ ही 24 अक्टूबर को साफ हो जाएगा कि महाराष्ट्र की जनता ने अपने किस रहनुमा में भरोसा व्यक्त किया है। मौजूदा समय में देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में बीजेपी(BJP) और शिवसेना (Shivsena) की सरकार है। 2014 के चुनाव पर नजर डालें तो शिवसेना और बीजेपी अलग होकर चुनावी मैदान में एक दूसरे को चुनौती पेश कर रहे थे। लेकिन इस दफा बीजेपी 150,शिवसेना 124 और दूसरे सहयोगी दल 14 सीटों पर किस्मत आजमां रहे हैं।
यहां हम आपको बताएंगे कि 2014 में विधानसभा के नतीजों में किसके पक्ष में कितनी सीटें आईं थीं। 288 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी के खाते में कुल 122 सीटें आईं और सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी। शिवसेना के खाते नें 63 सीटें मिली थीं और इससे पता चलता है कि बीजेपी से अलग होकर शिवसेना का नुकसान का सामना करना पड़ा। इसके अलावा कांग्रेस के खाते में 42 सीटें और एनसीपी के खाते में 41 सीटें आईं। आंकड़ों से स्पष्ट है कि कोई भी दल 145 के जादुई आंकड़ों को छू पाने में नाकाम रहा जबकि एनसीपी और कांग्रेस 100 के अंदर ही सिमट गईं।
अगर 2019 के चुनावी घमासान की बात करें तो एक गठबंधन यानि बीजेपी-शिवसेना के सामने कांग्रेस(125) और एनसीपी(125) का गठबंधन है, इसके साथ ही असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बहुजन अघाड़ी के साथ समझौता किया है। इस बात की चर्चा थी कि प्रकाश आंबेडकर की बहुजन अघाड़ी और कांग्रेस-एनसीपी के बीच साझा मोर्चे की कवायद चल रही थी। लेकिन सीटों पर इन दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।