Dhakad Exclusive: कश्मीर की बेटी का आतंकियों को खुला चैलेंज, कायर आतंकियों ने 3 बेगुनाहों को मारा

Dhakad Exclusive: कश्मीर की एक बेटी ने आतंकियों को चैलेंज दिया है। उसने कहा है कि है हिम्मत तो मेरे सामने आकर दिखाओ। क्या कश्मीर में आज भी गूंज रहा है 90 वाला नारा? कब तक कश्मीर में मारे जाएंगे हिन्दुस्तानी?

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धाकड़ एक्सक्लूसिव 

धाकड़ एक्सक्लूसिव में बात हुई कश्मीर की। कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए समस्याएं कोई नई बात नहीं है। एक बार फिर 68 साल के कश्मीरी पंडित माखन लाख बिंद्रू की आतंकियों ने हत्या कर दी। इस घटना के बाद अब उनकी बेटी स्मृद्धि बिंद्रू ने आतंकियों को ललकारा है और कहा है कि हिम्मत हो तो सामने आकर बात करो। लेकिन सवाल ये है कि क्या कश्मीर में हिंदूओं पर हमला कोई संदेश है और क्या इससे ऐसा बताने की कोशिश की जा रही है कि वापस कश्मीर में हिंदू आए तो उनका हश्र ऐसा ही होगा। जैसा कि माखन लाख बिंद्रू के साथ हुआ है क्योंकि हम सब जानते हैं कि 90 का दशक कश्मीर में हिंदूओं के लिए कैसे काला अध्याय जैसा था, जब कश्मीर पंडितों को मारा जाता था। हालांकि माखन लाख बिंद्रू की बेटी अपने पिता की हत्या के बाद आतंकियों को कुरान का पाठ पढ़ाते नजर आ रही हैं।

खून बहाने वाले पाकिस्तान के खिलाफ हिंद की बेटी का खून खौल उठा है। कश्मीर में आतंक की अशांति फैलाने वाले पाकिस्तान को जांबाज बेटी ने करारा जवाब दिया है जो पाकिस्तान अपने पालतू आतंकियों के बूते कश्मीर का अमन और चैन बिगाड़ने की साजिश रच रहा है। ये उस टेररिस्तान के मुंह पर हौसले का करारा तमाचा है। कायर आतंकियों ने श्रीनगर में अलग-अलग हमलों में तीन लोगों को मार दिया, जिसमें श्रीनगर के इकबाल पार्क इलाके के प्रतिष्ठित मेडिकल स्टोर चलाने वाले माखनलाल बिंद्रू भी थे। आतंकियों ने कायराना हमले में माखनलाल बिंद्रू की तो हत्या कर दी, लेकिन इस बेटी ने आंसू नहीं बहाया।

माखनलाल बिंद्रू की बहादुर बेटी यहां नहीं रुकी, उन्होंने उस आतंकी को भी ओपन चैलेंज दिया, जिसने उनके निहत्ते पिता पर ये कायराना हमला किया। हिंदुस्तान की इस बहादुर बेटी ने उन अलगाववादी नेताओं पर भी हमला बोला जो कश्मीर की आवाम को भड़काकर उनके हाथ में पत्थर और हथियार थमा देते हैं। 68 साल के बिंद्रू उन चुनिंदा लोगों में से थे, जिन्होंने 90 के दशक में भी कश्मीरी पंडितों पर हमले होने के बाद भी कश्मीर को नहीं छोड़ा। बिंद्रू बहुत सालों से मेडिकल स्टोर चला रहे हैं और श्रीनगर में ये बात मशहूर है कि जो दवा कहीं नहीं मिलेगी, बिंद्रू की दुकान पर मिलेगी। अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में धीरे - धीरे अमन-चैन का माहौल बन रहा है। कोरोना का कहर कम होने से टूरिज्म भी पटरी पर लौट रहा है लेकिन नापाक पाकिस्तान और उसके ट्रेनड आतंकी जम्मू-कश्मीर में की तरक्की और शांति के खिलाफ हैं। आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर में आम लोगों पर हमले तेज कर दिए हैं।

साल 2020 से आतंकी लगातार निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिसमें हिंदुओं और सिखों पर हमले काफी बढ़ गए हैं। 8 जून 2020 से लेकर अब तक 10 निर्दोष लोगों की हत्या इन आतंकियों ने की। सरकार ने भी कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस बसाने के लिए एक प्लान भी तैयार किया है, जिससे समुदाय के लोगों में खुशी लौटी थी लेकिन माखनलाल बिंद्रू पर हमले के बाद जम्मू में रह रहे कश्मीरी पंडितों का गुस्सा फूट पड़ा और अब वो न्याय की मांग कर कर रहे हैं। कायर आतंकियों को पीठ पर वार करना आता है। निर्दोष लोगों को ये अपना निशाना बनाते हैं, लेकिन आज जाबांज बेटी ने इन आतंकियों को पढ़ाया है इंसानियत का पाठ।
 

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