PM Modi के समर्थन में पूर्व जज समेत 197 नौकरशाहों ने लिखी चिट्ठी, बोले- गलत एजेंडा फैलाना मंजूर नहीं

देश में नफरत की कथित राजनीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखने वाले पूर्व नौकरशाहों पर अब लगभग 200 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, पूर्व नौकरशाहों और सैन्य अफसरों ने पलटवार किया है।

Ex-Judges, Military Veterans Slam Open Letter Against PM Modi Says Don’t Give Ideological Cover to Anti-National Outlook
PM Modi के समर्थन में पूर्व जजों,197 नौकरशाहों ने लिखा पत्र 
मुख्य बातें
  • पीएम मोदी को मिला पूर्व जजों, सैन्य अधिकारियों और नौकरशाहों का साथ
  • पूर्व नौकरशाह और जज बोले-पीएम मोदी हिंसा पर हो रही राजनीति को करें बेनकाब
  • इससे पहले 108 पूर्व नौकरशाहों ने चिट्ठी लिखकर पीएम से किया था 'नफरत की राजनीति' को समाप्त करने का आह्वान

नई दिल्ली: PM Modi को आज कई नौकरशाहों और पूर्व न्यायाधीशों ने एक पत्र लिखा है। 197 हस्ताक्षरकर्ताओं द्वारा लिखे इस पत्र में एक स्वयंभू संवैधानिक आचरण समूह (CCG) के उस पत्र की चर्चा की गई है जिसमें 'घृणा की राजनीति को समाप्त करने' के लिए PM को खुला पत्र लिखा गया था। पत्र में PM से ऐसे लोगों को बेनकाब करने के लिए कहा गया है जो इस पर केवल राजनीति कर रहे हैं। यह उस पत्र का जवाब है जिसमें 108 पूर्व नौकरशाहों ने चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी से कथित 'नफरत की राजनीति' को समाप्त करने का आह्वान किया था।

197 हस्ताक्षरकर्ता

पीएम मोदी को लिखे गए एक ओपम लेटर में 197 हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा: 'एक स्वयंभू संवैधानिक आचरण समूह (सीसीजी) द्वारा पीएम मोदी को "घृणा की राजनीति को समाप्त करने" के लिए पीएम को चुप्पी तोड़ने और कोई कदम उठाने को कहा गया था। ऐसे लोगों को बेनकाब किया जाए जो इसपर केवल राजनीति कर रहे हैं।'

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खुद को सुर्खियों में लाने का प्रयास

पत्र में कहा गया है, 'पीएम को पत्र लिखकर ये लोग खुद को सामाजिक उद्देश्य की उच्च भावना वाला नागरिक साबित कर अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि यह एक स्पष्ट राजनीतिक मोदी सरकार विरोधी प्रैक्टिस है। वे वास्तव में नफरत की राजनीति को हवा दे रहे हैं जिसका मुकाबला वे अपने पेटेंट पूर्वाग्रहों और झूठे चित्रण के साथ वर्तमान सरकार के खिलाफ नफरत फैलाने का प्रयास करके करना चाहते हैं।'

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