नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी से जुड़े फर्जीवाड़े में मामला दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि कांग्रेस और जमीन का गहरा नाता है, जमीन पर काम करने का नहीं, जमीन लूटने का। अमेठी में सम्राट साइकिल के नाम पर गरीबों की जमीन लूटने के बाद अब तैयारी थी सोनियाजी के इलाके रायबरेली में बेशकीमती जमीन हथियाने की। पर योगीराज में दाल ना गली,उल्टे कमला नेहरू ट्रस्ट पर ही हो गई संगीन FIR!!
इस पर कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह ने ट्वीट किया, 'मैं धन्यवाद देना चाहती हूँ माननिय मुख्यमंत्री जी श्री योगी आदित्यनाथ। जिन्होंने इस फर्जी ट्रस्ट से जुड़े हुए व्यक्तियों पर कार्यवाही करवायी।'
इस मामले में पूर्व कांग्रेस सांसद शीला कौल के बेटे विक्रम कौल सहित 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अदिति सिंह ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था और इस संबंध में आर्थिक अपराध शाखा को लिखा था। कमल नेहरू एजुकेशनल ट्रस्ट को 100 करोड़ रुपए की जमीन दी गई थी, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल से ही गांधी परिवार के वफादारों द्वारा चलाया जा रहा है। अदिति सिंह ने ट्वीट किया, 'बच्चियों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के नाम पर जमीन ली गई, दशकों बाद भी उसका कोई इस्तेमाल नहीं किया। और अब उस जमीन को करोड़ो में बेचने की फिराक में हैं। कमला नेहरू एजुकेशनल सोसाइटी के उस फर्जीवाड़े और भारी पैसे की गड़बड़ी की जांच के लिए मैने आज आर्थिक अपराध शाखा को पत्र लिखा है।'
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