Lakhimpur: अजय मिश्र की 'टाइम्स नाउ नवभारत' से खास बातचीत, बताया-लखीमपुर हिंसा के लिए कौन है जिम्मेदार

Union Minister Ajay Mishra on Lakhimpur Kheri violence : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शिवपाल सिंह यादव, तेजस्वी यादव सभी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।

Lakhimpur Kheri violence
लखीमपुर खीरी हिंसा पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र ने दिया बयान। 
मुख्य बातें
  • केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि लखीमपुर हिंसा की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए
  • रविवार को हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हुई, योगी सरकार पर विपक्ष हमलावर है
  • मिश्र ने कहा कि किसानों के साथ उग्रवादी, आतंकवादी छिपे हुए थे, उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए

लखनऊ : लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है लेकिन केंद्रीय मंत्री ने हिंसा के लिए उग्रवादी और आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। सोमवार को 'टाइम्स नाउ नवभारत' के साथ बातचीत में अजय मिश्र ने कहा कि 'किसानों के साथ उग्रवादी और आतंकवादी छिपे हुए थे और उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस मामले की सीबीआई, न्यायिक अथवा एसआईटी जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए और मुकदमा चलाकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए। गौरतलब है कि रविवार को यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की सभा से पहले हुई हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। 

योगी सरकार पर हमलावर है विपक्ष

इस घटना के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शिवपाल सिंह यादव, तेजस्वी यादव सभी ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस घटना के लिए जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। आठ लोगों की मौत पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है। योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि विपक्ष को जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। उनकी सरकार गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है। सिंह ने कहा कि विपक्ष 'लाशों पर सवार होकर 2022 का राजनीतिक सफर तय करना चाहता है लेकिन सरकार ऐसा नहीं होने देगी।'

सीतापुर में प्रियंका गांधी हिरासत में

रविवार रात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अपने लखनऊ स्थित आवास से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुईं लेकिन पुलिस ने सीतापुर के पास उन्हें हिरासत में ले लिया। यहां प्रियंका की पुलिस के साथ तीखी बहस हुई। कांग्रेस महासचिव ने पुलिस पर बदसलूकी करने का आरोप लगाया। यहां से पुलिस प्रियंका को लेकर सीतापुर के एक अतिथि गृह में रखा। लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने आवास के बाहर धरने पर बैठे थे जहां से पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। शिवपाल लखीमपुर खीरी जा रहे थे।    

बघेल को लखनऊ आने से रोका

इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को पत्र लिखकर लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ आ रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा को स्थानीय चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया है। बघेल ने राज्य सरकार के इस कदम पर नाराजगी जाहिर करते हुए सवाल किया कि क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकारों को स्थगित कर दिया गया है ? उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'उत्तर प्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है। क्या उत्तरप्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं?'

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