मध्यप्रदेश की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाली इमरती देवी भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक मानी जाती हैं, लेकिन काफी जोर लगाने के बाद भी प्रदेश सरकार में मंत्री इमरती देवी ग्वालियर जिले की डबरा सीट से चुनाव हार गईं। इसके बाद कमलनाथ को लेकर उनकी प्रतिक्रिया काफी तीखी दिखी।
भाजपा की उम्मीदवार इमरती देवी तब चर्चा में आई थीं जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान एक चुनावी सभा में उन्हें कथित तौर पर 'आइटम' कहा था। कमलनाथ की इस टिप्पणी पर राजनीतिक हल्कों में काफी जुबानी जंग भी हुई थी।
इमरती देवी ने कमलनाथ को लेकर कड़े शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि मैं मैं जीतू ना जीतूं लेकिन कमलनाथ..
कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेश राजे ने डबरा से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी को 7,633 मतों के अंतर से पराजित किया है। इमरती देवी को 68,056 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार को 75,689 वोट मिले। बसपा उम्मीदवार संतोष गौड़ को 4,883 मत तथा नोटा के हिस्से में 1,690 वोट आए हैं।
मालूम हो कि इमरती देवी सहित कांग्रेस के 22 विधायक मार्च में कांग्रेस की सदस्यता और विधायक पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हो गये थे। इससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार अल्पमत में आकर गिर गयी। इसके बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में सरकार बनी और कांग्रेस छोड़ने वाले अधिकांश सिंधिया समर्थकों को बिना चुनाव जीते सरकार में मंत्री बनाया गया।
कांग्रेस के दिग्गज नेता व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी की महिला प्रत्याशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर विवाद पैदा हो गया था। कमनाथ डबरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे, जब मंच से उन्होंने कहा, 'सुरेंद्र राजेश हमारे उम्मीदवार हैं, सरल स्वभाव के सीधे साधे हैं। यह उसके जैसे नहीं है, क्या है उसका नाम? मैं क्या उसका नाम लूं, आप तो उसको मुझसे ज्यादा अच्छे से जानते हैं, आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, क्या आइटम है।' उनका इतना कहना था कि भीड़ ने इमरती देवी का नाम लिया।
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