नई दिल्ली: कांग्रेस के सूत्रों से जानकारी मिली है कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाएगा। पार्टी के आलाकमान ने वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर ये फैसला लिया है। आलाकमान के निर्देश पर तीन सदस्यों वाली कमेटी ने इस मुद्दे पर चर्चा की थी। हालांकि प्रशांत किशोर सलाहकार या फिर रणनीतिकार के रूप में कांग्रेस के साथ आगे भी काम कर सकते हैं।
हाल ही में खबर आई थी कि कांग्रेस नेतृत्व प्रशांत किशोर के पार्टी में शामिल कराने को लेकर आम राय जानना चाहती है और इसके लिए एक वरिष्ठ नेताओं की कमेटी बनाई गई। एके एंटनी,अंबिका सोनी और केसी वेणुगोपाल को कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से ये जिम्मेदारी दी गई कि वो वर्किंग कमिटी के सभी सदस्यों से छोटे-छोटे ग्रुप में बैठक कर उनकी राय ले।
पश्चिम बंगाल चुनाव में TMC की मिली शानदार जीत के बाद ही प्रशांत किशोर ने किस बात की घोषणा कर दी थी कि अब वो राजनीति में रणनीतिकार की भूमिका में नही रहेंगे। राजनीति में उनका क्या रोल होगा इसपर उन्होंने कोई खुलासा नही किया था। लेकिन राहुल गांधी के साथ उनकी मुलाकातों ने इस बात की पुष्टि की वो कांग्रेस पार्टी में आना चाह रहे हैं लेकिन पार्टी के अंदर उनकी क्या भूमिका होगी उसको लेकर सवाल है। सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी के सामने ये प्रस्ताव रखा है कि उन्हें इलेक्शन स्ट्रैटिजी और एलाइंस की जिम्मेदारी दी जाए। जिसमें प्रशान्त किशोर को आने वाले सभी चुनावो में पार्टी के गठबंधन को लेकर फैसला लेने का अधिकार हो। अंदरूनी कलह से जूझ रही कांग्रेस को ये लगता है कि कांग्रेस संगठन में इस तरह से फैसले को लेना जोखिम भरा हो सकता है ऐसे में आमराय होनी जरूरी है।
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