राफेल डील पर हुआ बड़ा खुलासा, 2007 से 2012 के बीच बिचौलिए को दी गई 65 करोड़ की रिश्वत

Rafale deal: राफेल डील को लेकर एक औऱ बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे से कांग्रेस की UPA सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, राफेल निर्माता कंपनी ने डील के लिए रिश्वत दी थी।

Rafale
राफेल डील में खुलासा 

राफेल डील को लेकर फ्रांस के पब्लिकेशन मीडियापार्ट ने एक बार फिर से बड़ा खुलासा किया है। इस डील में भ्रष्टाचार होने का दावा किया गया है। मीडियापार्ट ने दावा किया है कि राफेल डील के लिए दसॉ एविएशन ने सुशेन गुप्ता नाम के बिचौलिए को 2007 से 2012 के बीच 7.5 मिलियन यूरो दिए थे। टाइम्स नाउ नवभारत के पास ऐसे EXCLUSIVE पेपर हाथ लगे हैं जिसमें इस बात का खुलासा होता है कि 2013 से पहले राफेल के सौदे में घूसखोरी हुई। 

इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या मनमोहन सरकार के दौरान घोटाला हुआ था? मीडिया रिपोर्ट में दावा किया है कि सुशेन गुप्ता ने एक शेल कंपनी बनाई थी। सुशेन गुप्ता ने दसॉ कपंनी से 40% कमीशन मांगा था। सुशेन गुप्ता सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर मिला था। सुशेन गुप्ता को दसॉ ने 65 करोड़ रुपए की रिश्वत दी। 

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