Sawal Public Ka: क्या शराब नीति का मामला केजरीवाल सरकार का सबसे बड़ा पॉलिटिकल चैलेंज बन गया है?

Sawal Public Ka: दिल्ली में शराब नीति को लेकर बीजेपी आरोप लगा रही है कि होलसेल निजी हाथों में सौंपा गया। शराब माफिया को फायदा पहुंचाया गया। शराब घोटाले से कमाई को पंजाब चुनाव में लगाया। इस पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि ऑपरेशन लोटस के जरिए हमारी सरकार को गिराने की कोशिश की गई। 20- 20 करोड़ रुपए हमारे विधायकों को ऑफर दिया गया।

Sawal Public Ka: Has the issue of liquor policy become the biggest political challenge of the Kejriwal government?
क्या केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शराब से कमाया, पंजाब के चुनाव में लुटाया? 

Sawal Public Ka: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जिन मनीष सिसोदिया को वर्ल्ड का बेस्ट शिक्षा मंत्री कहते हैं, उन पर लगे शराब घोटाले के आरोपों का नया-नया चैप्टर खुल रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली के शराब घोटाले का कनेक्शन पंजाब में AAP के चुनावी खर्च से है। बीजेपी ये आरोप किस आधार पर लगा रही है, इसका खुलासा तो पार्टी ने नहीं किया लेकिन दिल्ली में शराब नीति में कैसे गड़बड़ियां हुईं, इसे लेकर पार्टी ने तरकश से नए तीर निकाल लिए हैं। पेपर लेकर सामने आई है। बीजेपी का आरोप है कि AAP की सरकार ने शराब व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार की बनायी कमेटी की सिफारिशें तक नहीं मानी। मनीष सिसोदिया को शराब नीति के आरोपों का सीधा जवाब देने का चैलेंज दे रही BJP के सामने आम आदमी पार्टी ऑपरेशन लोटस का आईना दिखाने की कोशिश कर रही है। सवाल पब्लिक का है कि क्या शराब नीति का मामला केजरीवाल सरकार का सबसे बड़ा पॉलिटिकल चैलेंज बन गया है? जिस पंजाब से केजरीवाल ने अपना राजनीतिक क्षेत्रफल बढ़ाया, क्या उस पर दिल्ली के शराब मामले का दाग लगेगा? क्या दिल्ली में शराब से कमाया, पंजाब के चुनाव में लुटाया?

CBI जांच के घेरे में आई दिल्ली की शराब नीति को लेकर BJP ने मार्च 2021 में सौंपी गई EXCISE कमेटी की रिपोर्ट के जरिये AAP पर निशाना साधा। BJP के मुताबिक इस रिपोर्ट में कहा गया था कि सरकार शराब के होलसेल का काम अपने पास रखे, निजीकरण ना करे। रिटेल का काम किसी बड़ी कंपनी को ना दिया जाए। रिटेल ठेके लॉटरी सिस्टम के जरिये दिए जाएं। रिटेल का काम बड़ी कंपनियों को दिए गए तो  CARTELISATION हो जाएगा।

BJP का आरोप है कि कमेटी के सुझाव के विपरीत होलसेल निजी हाथों में सौंपा गया। शराब माफिया को फायदा पहुंचाया गया। टेंडर की प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को शामिल किया किया। शराब घोटाले से कमाई को पंजाब चुनाव में लगाया।

BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आपने कमीशन लेकर शराब निर्माताओं को रिटेल में लेकर आए, निजी लोगों तो दूर निर्माताओं को भी शामिल कर लिया। और तो और जो ब्लैक लिस्टेड कंपनियां थीं उनको भी आप शामिल करते हैं, क्यों ? क्योंकि मोटा माल मिले। पंजाब के चुनाव के समय मोटे माल की आवश्यकता थी जिसने मोटा माल दिया, इस रिपोर्ट को दरकिनार करके मोटा माल जेब में और शराब की दुकानें CARTEL के पास।

BJP ये आरोप भी लगा रही है कि शराब नीति को रद्द करने के लिए AAP मजबूर हुई क्योंकि लाइसेंस पाने वाली 19 कंपनियों ने हाथ पीछे कर लिए। BJP के आरोपों का जवाब देने आयी आम आदमी पार्टी ने ऑपरेशन लोटस के आरोपों के जरिये BJP को घेरने की कोशिश की। AAP के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज को सुनिए।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 20 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी के विधायकों को ऑफर है। कहा जा रहा है 35 विधायक हमारे संपर्क में हैं, हम 35 विधायक खरीदेंगे। 20 करोड़ के हिसाब से 700 करोड़ रुपया मौजूद है भारतीय जनता पार्टी के पास कैश में। उनके पास इतना सारा करोड़ों रुपया, हर राज्य में विधायकों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपया, ये काला धन कहां से आया? आम आदमी पार्टी ने ऑपरेशन लोटस के अपने आरोपों को धार देने के लिए अपने चार विधायकों की प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करवाई है। ये चार विधायक हैं, सोमनाथ भारती, संजीव झा, अजय दत्त और कुलदीप कुमार। इस बीच आम आदमी पार्टी की  सरकार ने 26 अगस्त को दिल्ली विधानसभा का सत्र बुलाया है।

सवाल पब्लिक का

1. क्या दिल्ली की शराब नीति को पंजाब चुनाव से जोड़ना केजरीवाल की राजनीतिक विश्वसनीयता पर प्रहार है?
2. क्या ऑपरेशन लोटस के नाम पर शराब नीति मामले के सवालों से बचा जा सकता है?
3. क्या शराब नीति की जांच पर अब Facts पर बहस की बजाय राजनीतिक नूराकुश्ती हो रही है?

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