Sawal Public Ka: कहते हैं कि राजनीति में जो बातें इशारों में कही जाती हैं। उसके मायने ज्यादा बड़े होते हैं। सियासी दुश्मन अपने-अपने हिसाब से इसका मतलब निकालते हैं। जनता भी कई बार मतलब निकाल लेती है। आज प्रधानमंत्री मोदी ने बिना किसी का नाम लिए कई बातें कहीं। 2024 में मोदी को चुनौती देने की बात करने वाले कई सियासी दुश्मनों को जवाब किया। पीएम मोदी ने आज जिन तीन गंभीर शब्दों को सियासी हथियार बनाया वो हैं-
स्वार्थ की राजनीति
दूसरा - काला जादू
और तीसरा - रेवड़ी पॉलिटिक्स
मोदी ने अपने इन तीन शब्दों से तीन सियासी दुश्मनों पर प्रहार किया। स्वार्थ की राजनीति को लेकर नीतीश को घेरा। काला जादू और काला कपड़ा कहकर कांग्रेस पर निशाना साधा और रेवड़ी पॉलिटिक्स का मुद्दा फिर से सामने लाकर आम आदमी पार्टी पर अटैक किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ये बातें आज पानीपथ रिफाइनरी के 2G एथेनॉल प्लांट के उद्घाटन के दौरान कही। आज पब्लिक का सवाल भी यही है।
क्या मोदी 2024 की तैयारी में जुट गए हैं ?
क्या मोदी का 2024 का प्लान रेडी है ?
अब हम आपको सिलसिलेवार तरीके से पीएम मोदी के बयानों को सुनवाते हैं। पीएम ने इशारों-इशारों में स्वार्थ की राजनीति शब्द का प्रयोग किया। ये बयान नीतीश के उस बयान के तुरंत बाद आया जिसमें उन्होंने 2024 को लेकर सीधे मोदी पर हमला बोला। आप दोनों के बयान बारी-बारी से सुनें, फिर हम आगे की बात बताते हैं।
हमने कल आपको इसी शो में बताया था कि 2024 के लिए विपक्ष एकजुट होता तो दिख रहा लेकिन मोदी के मुकाबले कौन होगा ये अभी तक क्लीयर नहीं। नीतीश इस लिस्ट में अभी-अभी शामिल हुए हैं। ये वही नीतीश हैं जो 17 साल तक बीजेपी के सहयोग से सीएम रहे हैं। अब एंटी मोदी कैंप में चले गए। जहां पहले से चेहरे कई हैं। और मोदी दूसरी तरफ अकेले हैं। लिहाजा मोदी एक-एक कर सबको जवाब दे रहे हैं।
कांग्रेस पर अटैक करने के लिए आज पीएम ने काला जादू शब्द का इस्तेमाल किया। कांग्रेस पर तिरंगे का अपमान करने का आरोप लगाया। सुनिए प्रधानमंत्री ने क्या कहा ? अब ये काला जादू, काला कपड़े वाली बात क्या है ये हम आपको समझा देते हैं।
दरअसल 3 अगस्त को ED ने नेशनल हेराल्ड हाउस में यंग इंडियन के दफ्तर को सील किया ।
चार अगस्त को यंग इंडियन लिमिटेड के प्रिंसिपल ऑफिसर मल्लिकार्जुन खड़गे से ईडी की पूछताछ हुई।
अगले दिन यानी 5 अगस्त को कांग्रेस महंगाई के नाम पर मोदी सरकार को घेरने सड़क पर उतरी। जिसमें सोनिया गांधी समेत लगभग सभी नेता, कार्यकर्ता काले कपड़ों में दिखे।
उसी दिन शाम को अमित शाह और योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने काला कपड़ा पहनकर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का विरोध किया। क्योंकि 5 अगस्त को ही दो साल पहले अयोध्या में राममंदिर का शिलान्यास हुआ था, जिसमें खुद प्रधानमंत्री मोदी मौजूद थे और आज पीएम मोदी ने काला कपड़ा और काला जादू पर निशाना साधा।
तो आपने देखा और सुना कि काला जादू और काले कपड़े वाले आरोप के साथ आज पीएम ने कांग्रेस पर तिरंगा का अपमान करने का आरोप लगाया। दरअसल प्रधानमंत्री ने 31 अगस्त को मन की बात कार्यक्रम में 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कार्यक्रम का जिक्र किया। 2 से 15 अगस्त तक सोशल मीडिया प्रोफाइल पर तिरंगा लगाने की अपील की।
जिसके बाद राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी डीपी चेंज की और उसमें नेहरू जी के हाथ में तिरंगा वाली फोटो लगाई। 3 अगस्त को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की तरफ से दिल्ली में तिरंगा बाइक रैली के आयोजन में भी कांग्रेस और विपक्षी सांसद नहीं पहुंचे। इन्हीं सभी बातों को लेकर आज पीएम मोदी ने कांग्रेस को तिरंगा के नाम पर घेरा।
मैंने आपको पहले ही कहा कि मोदी ने चुन-चुनकर अपने सभी विरोधियों को जवाब दिया। स्वार्थ,काला जादू और तिरंगे के बाद मोदी रेवड़ी पॉलिटिक्स पर आए। उन्होंने क्या कहा उसे भी सुन लीजिए।
प्रधानमंत्री को आपने सुना। अब मैं रेवड़ी पॉलिटिक्स को लेकर कुछ फैक्ट्स आपके सामने रखना चाहती हूं। ये RBI की लिस्ट है। जिसमें इस बात को लेकर आगाह किया है कि फ्री की पॉलिटिक्स का खामियाजा क्या हो सकता है। State Finances-A Risk Analysis रिपोर्ट के मुताबिक 2021-2022 में किस राज्य में अपनी GSDP के तुलना में कितना कर्ज है उसे देखें।
ये राज्य अपनी कुल कमाई के करीब एक तिहाई कर्जे में हैं। और इसमें फ्री की पॉलिटिक्स बड़ी वजह बताई जाती है। ये आज हो या पहले से कर्ज माफी वाली परंपरा हो। इसमें कोई दो राय नहीं कि रेवड़ी कल्चर सियासत में सत्ता पाने का शॉर्ट कट बन गया है। ये मैं नहीं सुप्रीम कोर्ट ऐसा मान रहा है। देश की सबसे बड़ी अदालत ने फ्री पॉलिटिक्स वाले इस राजनैतिक फैशन को गंभीर माना है। कोर्ट ने कहा है कि
- मुफ्त के वादे करना अतार्किक है, ये एक गंभीर समस्या है
- 3 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इसके समाधान के लिए एक कमेटी बनाने को कहा।
- कमेटी को ये स्टडी करने को कहा कि मुफ्त वाले वादों को कैसे बंद किया जाए।
रेवड़ी पॉलिटिक्स पर आज चुनाव आयोग की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में ये जवाब दाखिल किया गया। जिसमें एक एक्सपर्ट कमेटी बनाने की बात कही गई है। जिसमें ये कहा गया है कि सभी स्टेक होल्डर आरबीआई, नीति आयोग, वित्त आयोग, राज्य सरकार, केंद्र सरकार सभी को शामिल किया जाए। इस मामले की अगली सुनवाई 11 अगस्त यानी कल होगी।
ऐसे में सवाल पब्लिक का है..
मोदी के पलटवार पर कांग्रेस, केजरीवाल, नीतीश क्या जवाब देंगे ?
क्या मोदी ने 2024 को लेकर रणनीति बना रखी है ?
स्वार्थ और रेवड़ी वाली राजनीति से देश का नुकसान है इसका विपक्ष क्या जवाब देगा ?
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