मोदी...द मोटिवेटर! PM ने दिया हौसला, खिलाड़ियों ने जीता मेडल, ओलंपिक में पहली बार मिले 7 पदक

Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कुल 7 पदक जीते हैं, ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक के दौरान खिलाड़ियों का खूब मनोबल बढ़ाया।

Narendra Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
मुख्य बातें
  • मोदी ने दिया हौसला, खिलाड़ियों ने जीता मेडल
  • पहली बार भारतीय एथलीट को ओलंपिक में गोल्ड मेडल मिला
  • पहली बार ओलंपिक खेलों में 7 मेडल, 41 साल बाद भारतीय हॉकी को मेडल

ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत ने ओलंपिक में 7 मेडल जीते हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत के किसी एथलीट ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता है। 41 साल बाद हॉकी में भारतीय हॉकी टीम ने मेडल जीता है। ये चमत्कार कैसे हुआ ये तो आप भी जानना चाहते होंगे, इसमें कोई संदेह नहीं कि ओलंपिक खेलने वाले सभी भारतीय खिलाडियों ने जबरदस्त मेहनत की और वो मेहनत मेडल में तब्दील हुई। एक और फैक्टर है जिसने भारतीय खिलाडियों को जीत की प्रेरणा दी। वो फैक्टर हैं खुद देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। इस बार के ओलंपिक में पीएम मोदी द मोटिवेटर बन गए। आखिर कैसे।

वो ऐसे कि ओलंपिक शुरू होने से पहले 23 जुलाई को पीएम मोदी ने ओलंपिक जा रहे खिलाड़ि‍यों से वर्चुअल बात की। उनका हौसला बढ़ाया। ओलंपिक के प्रेशर से खिलाड़ियों को मुक्त किया। एक मोटिवेटर के तौर पीएम मोदी को इस बात का पूरा अंदाजा था कि खिलाड़यों पर दबाव हावी हुआ तो वो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। नीरज चोपड़ा जब ओलंपिक खेलने जापान जा रहे थे तभी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था। दवाब मत लेना अपना 100 प्रतिशत देना। प्रधानमंत्री के उत्साहवर्धन का नतीजा पूरी दुनिया के सामने है। नीरज चोपड़ा भारत के पहले ऐसे एथलीट बन गए जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता। 

ओलंपिक से पहले खिलाड़ि‍यों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने उनमें जोश भरा, उनका उत्‍साह बढ़ाया, जीत के लिए जरूरी संतुलन को लेकर सवाल किया। देश के लिए कांस्‍य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्‍तान मनप्रीत से बात करते हुए तब पीएम ने मेजर ध्‍यानचंद-केडी सिंह बाबू जैसे महान खिलाड़ि‍यों का इतिहास तो याद दिलाया ही, साथ ही तनाव न लेने की बात भी कही थी। 

एक अच्‍छा मोटिवेटर जानता है कि सिर्फ गंभीर बातें करने से बात नहीं बनती, कुछ हल्‍की-फुल्‍की बातें भी करनी पड़ती है, ताकि मन में तनाव की जगह खुशी का एहसास हो, दिमाग में 
गैरजरूरी दबाव से ध्‍यान भटकाया जा सके। यही वजह है कि पीएम मोदी ने सिंधु से आइसक्रीम खाने पर बात की, विनेश फोगाट के परिवार से पूछा कि किस चक्‍की का आटा खाते हैं। पीएम मोदी ने खिलाड़ि‍यों से बातों ही बातों ही उनकी खूबियां पूछीं ताकि उनका आत्‍मविश्‍वास बना रहे। 

खिलाड़ि‍यों के बेहतर प्रदर्शन के पीछे परिवार, सपोर्ट स्‍टाफ, खेल संस्‍थान और सरकार से मिली मदद की भी हिस्‍सेदारी होती है। टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने भी बताया कि कैसे पीएम खिलाडि़यों के साथ खड़े रहे हैं। न्‍यू इंडिया की बात करना आसान है लेकिन उसे गढ़ना आसान नहीं। खेल के मोर्चे पर न्‍यू इंडिया बनाने के लिए खिलाड़ियों के हौसले के साथ उनका हौसला बढ़ाने वाली सियासी सोच की भी जरूरत है और पीएम मोदी ने देश के मुखिया के साथ-साथ एक मोटिवेटर की भूमिका भी पूरी शिद्दत से निभाई है। 

गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्‍ड मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया है। ऐसा पहली बार हुआ जब भारत के किसी एथलीट की जीत के बाद पूरा स्टेडियम भारत के राष्ट्रगान से गूंज उठा। जैवलिन थ्रो में जीत के बाद नीरज चोपड़ा पर धन की बारिश हो रही है। सभी उन पर मेहरबान दिख रहे हैं, लेकिन जब नीरज चोपड़ा मुश्किल दौर से गुजर रहे थे, तब एक ही व्यक्ति था जो उनके साथ खड़ा था, नीरज का हौसला बढ़ा रहा था। वो थे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। 2019 में जब नीरज चोपड़ा के कोहनी की सर्जरी हुई थी, पीएम ने तब लिखा था कि हर कोई आपके जल्‍द ठीक होने के लिए दुआ कर रहा है। 

जब ओलंपिक के बीच चीन से खबरें आ रही थीं कि मेडल नहीं जीत पाए खिलाड़ि‍यों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ट्रोल किया जा रहा है। कहा जा रहा था कि भारतीय खिलाड़ि‍यों पर जीत का दबाव इतना ज्यादा हावी रहा कि वो टूट गए, बिखर गए। तभी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेडल नहीं जीत पाने के कई खिलाड़ि‍यों के दुख को को ढांढस बढ़ाते दिखे, महिला हॉकी टीम से उन्‍होंने कहा कि आंसू न बहाएं, आपका बहाया पसीना, नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगा। असली लीडर और मोटिवेटर तो वही होता है तो जीत की खुशी की नहीं, हार के आंसू पर भी अहमियत समझे। 

टोक्‍यो ओलंपिक में देश को पहला पदक मीराबाई चानू ने दिलाया। चानू ने वेटलिफ्टिग के 49 किलोग्राम में सिल्‍वर मेडल जीता। जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे फोन पर बात की, बधाई देने के लिए ट्वीट किया, लेकिन इस जीत के बाद मणिपुर के मुख्‍यमंत्री वीरेन सिंह ने बताया कि किस तरह पीएम मोदी ने सीधे तौर पर अमेरिका में चानू के इलाज और ट्रेनिंग का इंतजाम कराया था। चानू पीठ के दर्द से परेशान थीं, ये बात जब पीएमओ तक पहुंची तो पीएम मोदी खुद सक्रिय हो गए, चानू की मसल्‍स सर्जरी के लिए अमेरिका भेजने का सारा इंतजाम सरकारी खर्चे पर किया गया। पीएम मोदी अगर ये पहल नहीं करते तो टोक्यो ओलंपिक 2020 में चानू मेडल का खाता खोलते न दिख पातीं।

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