रायबरेली कांड का उन्नाव और सीतापुर कनेक्शन, यू हीं नहीं एक बार फिर शक के दायरे में कुलदीप सिंह सेंगर

देश
Updated Jul 29, 2019 | 12:36 IST | ललित राय

उन्नाव रेप केस मे आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जेल में है। पीड़ित युवती न्याय की लड़ाई लड़ रही है।इन सबके बीच एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें पीड़ित युवती और उसके परिवार पर रायबरेली में कातिलाना हमला किया गया।

unnao rape case
रायबरेली कांड में शक के दायरे में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर 

नई दिल्ली। यह 70 mm की सिल्वर स्क्रीन पर किसी फिल्मी कहानी का प्लॉट नहीं बल्कि हकीकत है। इस वास्तविक कहानी के दो किरदार हैं एक पीड़ित और दूसरा आरोपी। पीड़ित परिवार अपने खिलाफ हुए अत्याचार की लड़ाई लड़ रहा है तो आरोपी जेल के सलाखों के पीछे उन घटनाओं को कानून के पन्नों के साथ साथ लोगों की जेहन से हटाने की कोशिश में जिससे वो दागदार हुआ था। हम यहां पर बात कर रहे हैं उन्नाव रेप कांड की।

उन्नाव, सीतापुर और रायबरेली ये मध्य यूपी के तीन शहर हैं जिनके बीच की दूरी करीब 100 किमी है। यूं कहें तो ये एक त्रिकोण बनाते हैं। त्रिकोण के एक कोने पर उन्नाव रेप कांड का आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर है जो फिलहाल सीतापुर जेल में है। त्रिकोण के दूसरे कोने पर पीड़ित परिवार है जो उन्नाव में रहकर न्याय की लड़ाई लड़ रहा है तो तीसरे कोने पर रायबरेली शहर है जहां बलात्कार की शिकार युवती का चाचा जेल में बंद है। 

 


पीड़ित युवती अपनी चाची, मौसी और वकील के साथ अपने चाचा से मिलने के लिए रायबरेली जाती है। मुलाकात खत्म होने के बाद वो उन्नाव के लिए निकलती है। लेकिन रास्ते में उसका सामना किलर ट्रक से होता है। किलर ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पुती होती है वो ट्रक गलत दिशा से आता है और पीड़ित युवती और उसके परिवार को निशाना बना देता है। रायबरेली में जो कुछ हुआ वो सुनने में फिल्मी लगता है। लेकिन सच ये है कि रेप की शिकार युवती की चाची और मौसी की मौत हो चुकी है। हादसे में वो खुद घायल है और रायबरेली में इलाज चल रहा है। पीड़ित परिवार का कहना है कि इस घटना के पीछे कुलदीप सिंह सेंगर का हाथ है। यह हादसा नहीं है बल्कि साजिश रच कर सभी तरह के सबूतों को मिटाने की कोशिश की गई है। 

रायबरेली में किलर ट्रक, क्या जेल से हो रही है साजिश

  1. गलत साइड से आ रहे ट्रंक ने पीड़ित परिवार को बनाया निशाना।
  2. किलर ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पुती थी।
  3. सड़क हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की हुई थी मौत।
  4. हादसे में घायल वकील की हालत गंभीर, लेकिन पीड़िता की हालत खतरे से बाहर।
  5. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जा रही है।
  6. डीजीपी बोले- पहली नजर में हादसा लग रहा है।
  7. पीड़ित परिवार ने कहा कि उन्हें अभी सुरक्षा की जरूरत नहीं।
  8. अगर परिवार चाहेगा तो सरकार सीबीआई जांच के लिए तैयार।
  9. प्रियंका गांधी ने कहा का हादसा चौंकाने वाला है।

अब इस मुद्दे पर सियासत भी शुरू हो चुकी है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और सरकार के सवाल किया कि उन्नाव की बेटी के साथ क्या हो रहा है। योगी सरकार इस विषय में चुप्पी क्यों साधे है। हम चाहते हैं कि पूरे मामले की जांच सीबीआई करे ताकि सच्चाई आम लोगों के सामने आ सके।

बीएसपी मुखिया मायावती ने कहा कि यह पीड़ित युवती को मारने का षड़यंत्र लगता है। इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट को खुद ब खुद संज्ञान लेना चाहिए। यूपी में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है। योगी आदित्यनाथ बेटियों की सुरक्षा के दावे करते हैं। लेकिन जमीन पर क्या कुछ हो रहा है उसके बारे में ज्यादा कुछ कहने की जरूरत नहीं है। जानकारों का कहना है कि ये बात सच है कि आरोपी विधायक जेल में बंद है। लेकिन पीड़ित परिवार का हमेशा से कहना रहा है कि उन्हें जेल से भी धमकियां मिलती रहती है। जानकार यह भी बताते हैं कि जब कोई रसूखदार शख्स इस तरह की घटनाओं में लिप्त होता है तो उसके खिलाफ आवाज उठाना आसान नहीं होता है।

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