कांग्रेस ED का सामना करने से क्यों बचना चाहती है, PM मोदी का 'घर' घेरने से हेराल्ड वाले दाग धुल जाएंगे क्या? 

नेशनल हेराल्ड केस पर ईडी एक्शन मोड में है। कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे से भी पूछताछ हुई। उधर कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगी। उधर पार्टी के सीनियर नेता का प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेगी। अब जनता का सवाल है कि पीएम मोदी का 'घर' घेरने से नेशनल हेराल्ड वाले दाग धुल जाएंगे क्या? 

Why Congress wants to avoid confronting ED, will surrounding PM Modi's 'house' wash away the stains of Herald?
तिरंगे पर तकरार..'हेराल्ड' पर हाहाकार? 

Sawal Public Ka : नेशनल हेराल्ड केस पर ED के एक्शन को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही। संसद में आज भी इस मुद्दे पर भारी हंगामा मचा। कल यानी शुक्रवार को पीएम मोदी के घर को घेरने का प्लान है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग लगातार हो रही है। और इस सबके बीच TIMES NOW नवभारत ने देश भर में हेराल्ड हाउस की प्रॉपर्टी की पड़ताल की है। लेकिन पहले मैं आपको एक-एक कर तस्वीरें दिखाते हैं। हेराल्ड इश्यू पर IMPORTENT बयान सुनवाते हैं। लेकिन पहले देखिए संसद में कैसे महाभारत मची है। महंगाई और बेरोजगारी पर बहस के बाद अभी करीब 30 बिल बचे हुए हैं जो बहस और उसके बाद पास होने के लिए लंबित हैं। लेकिन जब से सत्र की शुरूआत हुई है तब से हर दिन नारेबाजी किस बात को लेकर हो रही है वो सुनिए। 

राज्यसभा में आज कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि वो सदन की कार्रवाई में शामिल होने संसद आए हैं। लेकिन कुछ देर पहले ही उन्हें ED की नोटिस मिली है। खड़गे के इस बयान पर राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने रिएक्शन दिया। कहा कि एजेंसियां उन लोगों के खिलाफ एक्शन ले रही है, जिन्होंने कुछ गलत किया है।

इस बीच कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने दिग्विजय सिंह ने ये सवाल उठाया कि जब संसद का सत्र चल रहा है तो ED ने विपक्ष के नेता को क्यों तलब किया? ये सुबह 11 बजे से पहले या शाम 5 बजे के बाद भी किया जा सकता था? हालांकि इस सबके बीच मल्लिकार्जुन खड़गे दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर संसद से निकले, यंग इंडियन के ऑफिस पहुंचे और ED के सामने पेश हुए।
 
सोर्सेस के मुताबिक वहां ED के 6 अधिकारी पहुंचे थे। खड़गे की मौजूदगी ने इन अफसरों ने यंग इंडियन के ऑफिस में तलाशी अभियान चलाया। दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे यंग इंडियन के प्रिंसिपल ऑफिसर हैं। कल भी ED ने इन्हें ईमेल के जरिए दिल्ली के हेराल्ड हाउस स्थित यंग इंडियन के दफ्तर में मौजूद रहने को कहा था। लेकिन जब ED की टीम वहां पहुंची तो खड़गे नहीं थे। जिसके बाद ED ने यंग इंडियन लिमिटेड दफ्तर को सील कर दिया। जिस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। राहुल ने कहा कि वो पीएम मोदी से नहीं डरते हैं।

राहुल के इस बयान पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा का रिएक्शन आया। संबित ने कहा कि देश का कानून सबके लिए एक है। अब कानून से न रण करने दिया जाएगा न ही RUN करने यानी भागने दिया जाएगा। अब हम आपको नेशनल हेराल्ड केस को बहुत आसान शब्दों में फिर से समझाना चाहते हैं।

 नेशनल हेराल्ड की शुरुआत पंडित जवाहर लाल नेहरू ने आजादी से पहले 1938 में की। तब इसमें 5000 शेयर धारक थे। तय हुआ कि अखबार निकालेंगे। 2008 तक अखबार निकला भी। 2008 में हेराल्ड के सभी प्रकाशन बंद हो गए। मतलब अखबार 70 साल चला। इसकी मदर कंपनी AJL थी । AJL कंपनी घाटे में गई। यंग इंडियन के जरिए कांग्रेस पार्टी ने AJL को 90 करोड़ का लोन दिया। लोन नहीं ट्रान्सफर करने के बदले AJL का शेयर यंग इंडियन के पास चला गया। यंग इंडियन में सोनिया-राहुल का 76% शेयर है। 2013 में ये मामला सुब्रह्मणियम स्वामी कोर्ट में लेकर गए। कांग्रेस भी कोर्ट पहुंची। FIR रद्द करने तक की मांग हुई। लेकिन कोर्ट से इस मामले में राहत नहीं मिली। ये सब होते-होते 2022 आ गया और पहली बार इस मामले में सोनिया-राहुल को समन हो । पूछताछ होने लगी। कल यंग इंडियन का दफ्तर सील हो गया। आज मल्लिकार्जुन खड़गे से सवाल हो रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि इस पूरे मामले में आगे क्या होगा?  तो देखा आपने कि नेशनल हेराल्ड केस पर ED के एक्शन पर किस तरह सियासी संग्राम मचा ..आगे क्या होगा इस पर सस्पेंस बना हुआ है। 

ऐसा ही कुछ बंगाल में अर्पिता-पार्थ केस को लेकर है। जहां अभी तक अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से  56 करोड़ कैश, 3 करोड़ से ज्यादा का सोना मिल चुका है । आज टाइम्स नाउ नवभारत के पास एक और सबूत सामने आया। जिसमें LIC के वो पेपर हैं जिसमें अर्पिता के LIC पेपर में पार्थ चटर्जी नॉमिनी हैं। ऐसे 31 पेपर बताए जा रहे हैं। इस बीच ममता बनर्जी दिल्ली आई हुई हैं। वो सरकार को घेरने का प्लान बना रही हैं। कांग्रेस ने सरकार को घेरने का अलग प्लान बना रखा है। कल मुद्दा महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर पीएम आवास के घेराव का है लेकिन कांग्रेस की तरफ से दबाव की कोई रणनीति काम आती दिख नहीं रही। 

नेशनल हेराल्ड के इस गंभीर मुद्दे पर TIMES NOW नवभारत ने देश भर मे हेराल्ड हाउस की प्रॉपर्टी को लेकर पड़ताल की। नेशनल हेराल्ड हाउस किस हालत में है इसकी जानकारी जुटाई। हमारे रिपोर्टर मुंबई, लखनऊ, पटना, और चंडीगढ़ के हेराल्ड हाउस का जायजा लिया। आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि लखनऊ में हेराल्ड हाउस की बिल्डिंग जिसे नेहरू मंजिल कहा जाता है। उसमें बीयर की दुकान खुली है। इस इमारत में AJL का भी ऑफिस है जो बंद पड़ा है। 

आपने अब तक हेराल्ड हाउस पर सियासत देखी । TIMES NOW नवभारत का INVESTIGATION देखा। और कल का कांग्रेस का प्लान भी जान लीजिए। अब इस पर जनता का सवाल है:-

सवाल नंबर 1 
आखिर कांग्रेस ED का सामना करने से क्यों बचना चाहती है ? 
सवाल नंबर 2
क्या सरकार को घेरने में नाकाम कांग्रेस,हर मुद्दे पर विक्टिम कार्ड खेलने लगती है? 
सवाल नंबर 3 
आखिर मोदी का 'घर' घेरने से हेराल्ड वाले दाग धुल जाएंगे क्या ? 
सवाल नंबर 4 
कांग्रेस कह रही है कि 'मोदी सरकार के दो भाई..ED और CBI' इस बात में कितनी सच्चाई है ?

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