नई दिल्ली: घर में गार्डन बनाने का सपना तो सभी का होता है, लेकिन कभी जगह की कमी तो कभी जानकारी की कमी से यह सपना पूरा नहीं हो पाता। घर में पौधे होने से घर के साथ आसपास का वातावरण भी स्वच्छ हो जाता है।
साथ ही इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि घर के गार्डन में पौधे का मुरझाना घर की सकारात्मकता के साथ वातावरण को भी दूषित करता है। पौधे का मुरझाना या इसका विकास ना होने का सबसे बड़ा कारण आपको बागवानी के सही तरीकों का ज्ञान नहीं होना हो सकता है।
चावल का पानी
हमने अक्सर सुना है कि चावल का पानी बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन आपने पौधों के विकास के लिए भी यह लाभकारी होता है। चावल का पानी पौधों के लिए काफी लाभदायक होता है। पौधे के लिए इसका इस्तेमाल जैविक खाद के रूप में किया जा सकता है। इसमें लैक्टो बेसिली नामक जीवाणु पाया जाता है, जो पौधे की जड़ को मजबूत बनाता है। साथ ही यह पौधे में लगने वाले कीड़ो को भी खत्म करता है।
पौधों के बीच रखें उचित दूरी
एक गमले में बहुत सारे पौधों का इकट्ठा करने का मतलब यह होता है कि आपने किसी भी पौधे को पनपने का स्पेस नहीं दिया। मतलब पौधों का एक से अधिक संख्या में होना,ऐसा नहीं हो एक गमले में आपको सुनिश्चित करना होगा। अगर आप ऐसा करते आ रहे हैं तो आज से ही इसे छोड़ दें। एक जगह पर बहुत सारे पौधे लगाने से वह मिट्टी के पोषक तत्वों और आपके द्वारा दिए जाने वाले उर्वरकों के लिए संघर्ष करते हैं यानि उन्हें पर्याप्त मात्रा में मिट्टी के पोषक तत्व और उर्वरक नहीं मिल पाते हैं। जिससे पौधे जल्दी सूख जाते हैं, इसलिए पौधों के बीच थोड़ा दूरी को बनाए रखना बेहद जरूरी है।
मिट्टी पर भी ध्यान देने की जरूरत
आपको मिट्टी पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मिट्टी की गुणवत्ता पौधे के स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। इसलिए पौधा लगाने से पहले मिट्टी में उर्वरक और पानी मिलाएं। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आपके गमले की मिट्टी कड़ी बिल्कुल नहीं हो । क्योंकि मिट्टी कठोर होने से इसके जड़ों के विकास में रुकावट होती है और पौधे में मिट्टी के पोषक तत्वों का संचार नहीं हो पाता। इससे पौधे का उचित विकास नहीं हो पाता और वह सूख जाते है।
प्याज का छिलका
प्याज का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है, इसके बिना खाने का स्वाद बिल्कुल अधूरा होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि प्याज का छिलका पौधे के विकास के लिए किसी जादू से कम नहीं है। प्याज का छिलका पोटेशियम युक्त उर्वरक में शामिल किया जाता है। खासकर यह गुलाब के पेड़ के लिए किसी जादुई छड़ी से कम नहीं होता। प्याज के छिलके का इस्तेमाल कीटनाशक दवाइयों को बनाने में भी किया जाता है। ऐसे में हफ्ते में दो से तीन बार पौधे में प्याज का छिलका अवश्य डालें।
पानी जरूरत से ज्यादा नहीं
अक्सर हम सोचते हैं कि पौधे को जितना पानी देंगे उतनी जल्दी इसका विकास होगा, लेकिन यह एक मिथक है। हर पौधे को पानी की अलग-अलग मात्रा की जरूरत होती है। पौधे को ज्यादा या कम पानी देने से वह मुरझा सकता है। इसलिए पौधा खरीदने से पहले माली से पानी की मात्रा को अवश्य सुनिश्चित कर लें। साथ ही ध्यान रखें कि पौधे के पत्तों पर पानी ना डालें क्योंकि इससे पौधे पर कीड़ा लग सकता है। ऐसे में पत्तियों को साफ करने के लिए इसे धीरे -धीरे पानी से स्प्रे करें। इस प्रकार आप इन बागवानी के टिप्स को अपनाकर अपनी बगिया को हरा भरा कर सकते हैं।