International Women's Day 2022 Date in India: अपना वजूद भुलाकर हर किरदार निभाती है, यह वह देवी है जो घर को स्वर्ग बनाती है। महिलाएं समाज का एक अहम हिस्सा हैं, लेकिन बदलते वक्त के साथ महिलाएं आज राष्ट्र निर्माण में भी अपना योगदान दे रही हैं। खेल जगत की बात करें, मनोरंजन की या फिर राजनीति के क्षेत्र में, महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी बड़ी भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि वैदिक युग से लेकर आधुनिक काल तक महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय रही है। इसी के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 08 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है ताकि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके।
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कब से मनाया जा रहा है महिला दिवस?
महिला दिवस 08 मार्च 1975 से प्रत्येक वर्ष मनाया जा रहा है। इतिहासकारों के मुताबिक रूसी महिलाओं ने 28 फरवरी 1908 को पहले विश्व युद्ध का विरोध करते हुए महिला दिवस मनाया था। हर साल महिला दिवस किसी ना किसी थीम पर आधारित होता है, इस बार की थीम है कि एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता जरूरी है। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं कब है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, क्या है इस बार की थीम (International Womens Day 2022 date and theme) और इतिहास।
कब है महिला दिवस 2022 (Womens Day 2022 Date)
प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है, जिससे महिलाओं को उनका हक मिल सके और पुरुषों के बराबर उन्हें अधिकार मिलें। दशकों से महिलाएं इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ती आ रही हैं, इस बात को ध्यान में रखते हुए पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष महिला दिवस की थीम अलग होती है।
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महिला दिवस 2022 की थीम (Womens Day 2022 Theme)
इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2022 की थीम ‘जेंडर इक्वैलिटी फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो’ यानी एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता है। लैंगिक समानता का अर्थ समाज में महिला तथा पुरुष के समान अधिकार, दायित्व तथा रोजगार हैं। देश के विकास के लिए लैंगिक समानता सबसे आवश्यक है। इससे समाज में भेदभाव को खत्म किया जा सकता है।
महिला दिवस का इतिहास (International Womens Day History)
इतिहासकारों के मुताबिक महिला दिवस मनाने की शुरुआत 28 फरवरी 1908 में महिला मजदूर आंदोलन से हुई थी। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की करीब 15 हजार से अधिक महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया था और पुरुषों के बराबर अधिकार की मांग की थी। जिसमें काम करने के समय को कम करवाने तथा अच्छी तनख्वाह व समाज में पुरुषों के बराबर अधिकार के मुद्दे थे। महिलाओं के इस आंदोलन ने सरकार को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया था। तथा सरकार ने उनकी मांगे पूरी करते हुए प्रत्येक वर्ष महिला दिवस मनाने की घोषणा की थी।
ये घटना भी है मौजूद
वहीं महिला दिवस को लेकर एक और घटना इतिहास में मौजूद है। दरअसल साल 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने एकजुट होकर ब्रेड एंड पीस यानी खाना और शांति की मांग की थी, महिलाओं की हड़ताल ने वहां के सम्राट निकोलस को पद छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था और सरकार ने महिलाओं को मतदान का अधिकार दे दिया। इस दिन से प्रत्येक वर्ष 08 मार्च को महिला दिवस मनाया जाने लगा।