आपकी बात दूसरे कैसे समझेंगे? बेशक तब, जब आप उनसे ये खुलकर कहेंगे। कुछ लोग इस मामले में बेहद खुलकर बात कर लेते हैं लेकिन कुछ लोग संकोच में रहते हैं। उनको पता होता है कि बात कहनी चाहिए लेकिन राशि के प्रभाव के कारण वे दिल की बात को दिल में ही दबाकर चलते हैं। जानें कि कौन सी ऐसी राशियां हैं जो अपनी फीलिंग्स को खुलकर जाहिर नहीं कर पाती हैं।
Zodiac Signs which hesitate to talk
कर्क राशि
कर्क राशि चक्र का चौथा चिन्ह है। इस राशि के पैदा हुए लोग अपने घरों, अपनी जड़ों से बहुत प्यार करते हैं। पूरी राशि का सबसे ज्यादा सहानुभूति रखने वाला चिन्ह कर्क है। जिसका प्रतीक केकड़ा है। कर्क राशि के जातक न सिर्फ भावनाओं को अच्छी तरह व्यक्त कर पाते हैं बल्कि दूसरों की भावनाओं को भी समझते हुए उसका सम्मान करते हैं। ज्यादा बातचीत करना इन्हें पसंद नहीं होता है। यह अत्यंत मूडी और शर्मीले होते हैं। लेकिन इनका शर्मीलापन और इनकी आशंकाएं ही इनका रक्षातंत्र है।
कर्क राशि के लोग बेहद अंतर्मुखी होते हैं। उन्हें समझना काफी कठिन होता है। अक्सर यह अपनी भावनाओं को छुपाने में कामयाब होते हैं। जब तक ये एक अच्छे मूड में रहते हैं, दयालु और मिलनसार होते हैं। लेकिन जब ये अनावश्यक रूप से आहत होते हैं, तो इनका व्यवहार कड़वा और गुस्से वाला होता हैं।
मीन राशि
मीन राशि में जन्में जातक पूरे राशि चक्र में सबसे सहज और सरल होते हैं। यह राशि चिन्ह अपने साथ पिछले ग्यारह लक्षण की विशेषताओं को लाता है। इसका प्रतीक चिन्ह मछली की एक जोड़ी होती है। मीन राशि का जातक आध्यात्मिक, निस्वार्थ और मोक्ष की ओर आत्मा की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करता है। मीन जातक अपने रचनात्मक रस का प्रवाह अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए करते हैं
कन्या राशि
राशि चक्र का छठा चिन्ह कन्या है। यह बहुत मेहनती होते हैं। इन्हें कार्य करने और उसका प्रबंधन करने में मजा आता है। ये किसी भी बात का बुरा नहीं मानते हैं। यह बहुत दयालु होते हैं। दूसरों की मदद करना इन्हें बेहद पसंद होता है। अपना उनके पास व्यक्त करने के लिए बहुत कुछ होता है। वे अपनी योग्यता को उजागर करने के डर से उसे बोल नहीं पाते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के तहत पैदा हुए लोग बिच्छू या फीनिक्स या ईगल द्वारा प्रतिनिधित्व किए जाते हैं। वृश्चिक राशि में जन्में गंभीर और निडर लोगों को आमतौर पर हल्के में नहीं लिया जा सकता है।ये अपने रहस्यों को अच्छी तरह से सुरक्षित रखते हैं। यह अपने अंदर छुपे भावनाओं को व्यक्त नहीं करते हैं। ये भावुक और संवेदनशील होते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातक मेहनती और वफादार होते हैं। इनका स्वामी ग्रह शनि होता है, जिसकी वजह से ये महान अनुशासनशील बनते हैं। इस राशि के व्यक्ति जिस भी गतिविधि को चुनते हैं, उस क्षेत्र में ऊपर तक पंहुचते हैं और यह अत्यंत सावधानी और दृढ़ दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ते हैं। इस जातक के लोग अपने भावनाओं को बहुत तोल-मोल कर यानि सोच समझकर दबसरों के सामने व्यक्त करते हैं।