why babies smile in their sleep: घर में छोटे बच्चे के आ जाने से पूरा घर खिल उठता है। और जब बच्चे हंसते हैं तब तो दिन भर की सारी थकान और चिंता दूर हो जाती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सोते वक्त बच्चे क्यों मुस्कुराते हैं? क्या उन्हें भी कोई अच्छे सपने आते हैं? या कुछ पुराना याद आ जाता है? सोना एक बहुत ही कॉम्पलेक्स यानी जटिल क्रिया है। सोते वक्त आपका दिमाग भी रेस्ट करने वाली स्थिति में होता है। और आपकी बॉडी भी अनकॉन्शियस या बेहोशी की हालत में होती है। जो ज्यादातर सोते समय शरीर के अंदर होने वाली हलचल पर ही रिएक्ट करती है।
नवजात बच्चों द्वारा नींद में मुस्कुराना बहुत ही आम बात है। कुछ स्टडीज के मुताबिक कहा जाता है कि बच्चे की मुस्कान खुशी जैसी किसी अच्छी भावना का प्रतीक होती है। जबकि अन्य के मुताबिक कहा जाता है कि ये मुस्कान किसी वास्तविक एक्सप्रेशन के बजाय सिर्फ एक रिफ्लेक्स होता है। जानते हैं कि आखिर इसके पीछे असली कारण क्या होता है।
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नवजात शिशु किसी बाहरी स्टिमुलेशन के कारण नहीं मुस्कुराते हैं। किसी विशेष दिमागी मूवमेंट की वजह से बच्चे नींद में हंसते हैं। रैपिड आई मूवमेंट (आरईएम) वह स्टेज होता है जिसमें हम सपने देखते हैं और अपने सपने की प्रतिकिया में बच्चे मुस्कुराते हैं।
स्लीप साइकिल
इंसानों में दो तरह की स्लीप साइकिल होती है – एक REM यानी रैपिड आई मूवमेंट और दूसरी NREM यानी नॉन रैपिड आई मूवमेंट। बॉडी हर रात इन स्टेज से गुजरती है, जिससे आपको धीरे-धीरे नींद का अनुभव होने लगता है।
बच्चों की स्लीप साइकिल
रिसर्च के मुताबिक नवजात बच्चों में यही नींद की साइकिल आरईएम स्टेज से शुरू होती है। आमतौर पर बच्चे दिन में 16 से 18 घंटे सोते हैं। क्योंकि उनमें स्लीप वेक साईकल यानी सोने जागने का कोई रुटीन नहीं होता है।और क्योंकि नवजात शिशु अधिक आरईएम नींद का अनुभव करते हैं, इसलिए इन्वॉलन्टरी मूवमेंट्स के रिफ्लेक्स के रूप में बच्चे ज्यादा मुस्कुराते हैं।
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इमोशनल डेवलपमेंट होना - इसके अलावा नवजात शिशुओं में भावनाओं का विकास जैसे नींद से जागने पर शिशु नई आवाजें सुनता है और कई चीजें देखता है। इसलिए बच्चे के आसपास जो कुछ भी होता है दिमाग में उसकी जानकारियां रिकॉर्ड हो सकती हैं जो नींद के दौरान प्रोसेस होने लगती हैं। बच्चे इस तरह के इमोशंस डेवलप होने पर भी मुस्कुराते हैं।
गैस पास करना - साथ ही बच्चे गैस पास करने पर भी मुस्कुराते हैं। क्योंकि गैस पास करने से उनको आराम मिलता है और अच्छा महसूस होता है।
मेडिकल कारण – कुछ मामलों में बच्चें दौरे पड़ने की वजह से भी हंसने लगते हैं।अगर आपको बच्चे के वजन में कमी, सोते समय दिक्कत होना, दौरे पड़ना, बेवजह हंसने जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। वैसे ऐसा कुछ ही केसेस में होता है।